आज संत मरिया महागिरजा रांची में लगभग 50 पुरोहितों के साथ रांची के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने संत जोन मेरी वियन्नी सभी पुरोहितों के संरक्षक के पर्व के अवसर पर, रांची के विश्वासियों के लिए मिस्सा बलिदान अर्पित कर सभी पुरोहितों के लिए प्रार्थना की।
प्रत्येक वर्ष 04 अगस्त को सभी पुरोहितों के संरक्षक संत जोन मेरी वियन्नी का पर्व मनाया जाता है। वे स्वाभाव से नम्र थे पढ़ाई में कमजोर थे लेकिन उनकी आध्यात्मिकता का स्तर बहुत ऊंचा था। यही कारण था कि भीड की भीड़ उनके पास पाप स्वीकार संस्कार के आती थी। उनके आध्यात्मिक जीवन ने अर्श शहर के लोगों का जीवन बदल दिया। उन्हीं के जीवन का उदाहरण देते हुए रांची के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने अपने धर्मोपदेश में सभी पुरोहितों को उनके पदचिन्हों पर चलने का संदेश दिया, साथ ही विश्वासियों से सभी पुरोहितों के लिए प्रार्थना करने का निवेदन भी किया ताकि प्रत्येक पुरोहित अपने उत्तरदायित्व का निर्वाह भली भांति कर सके। रांची के आर्चबिशप फेलिक्स टोप्पो ने लोगों को बताया कि संत जोन मेरी वियन्नी के हृदय में कमजोर और गरीबों के लिए बहुत बड़ा स्थान रहा है, इसलिए प्रत्येक पुरोहित को भी इस गुण को अपनाने की आवश्कता है। इस वर्ष मणिपुर में हिंसात्मक स्थिति के कारण झाखंड के बिशापों द्वारा सादगी से पर्व मनाने का आह्वान किया गया है। पर्व के दौरान होने वाले खर्च को त्याग कर मणिपुर में पीड़ित पुरोहितों की सहायता के लिए भेजा जाएगा।
मिस्सा बलिदान के अंत में सभी पुरोहितों को फुलगुछा दे कर विश्वासियों ने उनके स्वार्थहीन उदारता के लिए शुक्रिया अदा कर उन्हें शुभकामनाए दी।