मानसिक स्वास्थ्य के प्रति छात्रों में जागरूक फैलाने और प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से सी०बी०एस०सी० के तत्ववाधान में जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में शारीरिक स्वास्थ्य एवं योग संबंधी जागरूकता के लिए प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बीच योग प्रतियोगिता हुई वहीं माध्यमिक कक्षा के छात्रों ने ‘मानसिक स्वास्थ्य’ से संबंधित कई सुंदर, आकर्षक और सजीव पोस्टर बनाए। कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र बना उच्च माध्यमिक विभाग के छात्रों द्वारा प्रस्तुत लघुनाटिका ‘प्रेरणा – जीने की चाह’ जिसमें गुस्सा, हकलाना, अपनी बात ठीक से न कह पाना, सामाजिक उत्कंठा और बेचैनी जैसे सामान्य मेन्टल डिसऑर्डर को मनोचिकित्सकों ने परामर्श के द्वारा आसानी से ठीक कर दिया।
केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान, राँची में सेवारत मनोचिकित्सक प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार मुंडा, ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर एवं ड्रग डी-एडिक्शन प्रोग्राम के समन्वयक डॉ. अभिजीत सिंह और क्लिनिकल मनोविज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुदरत सचदेवा ने इंटरैक्टिव सत्र के दौरान छात्रों को विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, उनका सामना करने का तरीका और छात्रों के मानसिक कल्याण के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों के समकालीन मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों जैसे साइबरबुलिंग, गेम की लत, मादक पदार्थो का सेवन, परिवार और पढ़ाई का दवाब के साथ-साथ किशोरों के विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मानसिक तंदुरुस्ती अपनाने के लिए सकारात्मक सोच, नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेने को श्रेष्ठ बताया।
प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने कहा कि दुनिया में हर आठ में से एक व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता का सामना कर रहा है। मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति अंदर से इतना परेशान और असहज महसूस करता है कि मानसिक बीमारी बढ़कर शारीरिक बीमारी में भी तब्दील हो जाती है। अतः हमारे लिए मेंटल हेल्थ को ठीक रखना बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम में उप प्राचार्य श्री एस०के०झा, श्री बी०एन०झा, श्री संजय कुमार, प्राथमिक प्रभाग प्रभारी मीनुदास गुप्ता, छात्र कल्याणाध्यक्ष श्री अमित रॉय, ट्रेनिंग नोडल अधिकारी श्री एल०एन० पटनायक, विद्यालय समन्वयिका श्रीमती सुष्मिता मिश्रा, विद्यालय काउंसलर श्रीमती श्रीलेखा मेनन, वरीय शिक्षक डॉ० मोती प्रसाद एवं एकेडेमिक एडमिन सहायिका श्रीमती मिट्ठू ब्रम्हा आदि गणमान्य उपस्थित रहे। बेहद ज़रूरी
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति छात्रों में जागरूक फैलाने और प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से सी०बी०एस०सी० के तत्ववाधान में जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया गया।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में शारीरिक स्वास्थ्य एवं योग संबंधी जागरूकता के लिए प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बीच योग प्रतियोगिता हुई वहीं माध्यमिक कक्षा के छात्रों ने ‘मानसिक स्वास्थ्य’ से संबंधित कई सुंदर, आकर्षक और सजीव पोस्टर बनाए। कार्यक्रम में आकर्षण का केंद्र बना उच्च माध्यमिक विभाग के छात्रों द्वारा प्रस्तुत लघुनाटिका ‘प्रेरणा – जीने की चाह’ जिसमें गुस्सा, हकलाना, अपनी बात ठीक से न कह पाना, सामाजिक उत्कंठा और बेचैनी जैसे सामान्य मेन्टल डिसऑर्डर को मनोचिकित्सकों ने परामर्श के द्वारा आसानी से ठीक कर दिया।
केंद्रीय मनोचिकित्सा संस्थान, राँची में सेवारत मनोचिकित्सक प्रोफेसर डॉ. संजय कुमार मुंडा, ड्रग ट्रीटमेंट सेंटर एवं ड्रग डी-एडिक्शन प्रोग्राम के समन्वयक डॉ. अभिजीत सिंह और क्लिनिकल मनोविज्ञान के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कुदरत सचदेवा ने इंटरैक्टिव सत्र के दौरान छात्रों को विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं, उनका सामना करने का तरीका और छात्रों के मानसिक कल्याण के बारे में बात की। उन्होंने छात्रों के समकालीन मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों जैसे साइबरबुलिंग, गेम की लत, मादक पदार्थो का सेवन, परिवार और पढ़ाई का दवाब के साथ-साथ किशोरों के विभिन्न मानसिक स्वास्थ्य मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने मानसिक तंदुरुस्ती अपनाने के लिए सकारात्मक सोच, नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त नींद लेने को श्रेष्ठ बताया।
प्राचार्य श्री समरजीत जाना ने कहा कि दुनिया में हर आठ में से एक व्यक्ति मानसिक अस्वस्थता का सामना कर रहा है। मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति अंदर से इतना परेशान और असहज महसूस करता है कि मानसिक बीमारी बढ़कर शारीरिक बीमारी में भी तब्दील हो जाती है। अतः हमारे लिए मेंटल हेल्थ को ठीक रखना बेहद आवश्यक है।
कार्यक्रम में उप प्राचार्य श्री एस०के०झा, बी०एन०झा, संजय कुमार, प्राथमिक प्रभाग प्रभारी मीनुदास गुप्ता, छात्र कल्याणाध्यक्ष अमित रॉय, ट्रेनिंग नोडल अधिकारी श्री एल०एन० पटनायक, विद्यालय समन्वयिका श्रीमती सुष्मिता मिश्रा, विद्यालय काउंसलर श्लेखा मेनन, वरीय शिक्षक डॉ० मोती प्रसाद एवं एकेडेमिक एडमिन सहायिका
मिट्ठू ब्रम्हा आदि गणमान्य उपस्थित रहे।