आज विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, झारखंड के मार्गदर्शन में और बाल कल्याण संघ तथा अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के संयुक्त तत्वावधान में “हितधारकों का संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम होटल कैपिटल हिल, रांची में आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न विभागों और संगठनों के प्रतिनिधि, गैर सरकारी संस्थाओं के सदस्य और चाइल्ड चैम्पियन सहित लगभग 250 लोग शामिल हुए।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा आज हम यहाँ विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर एकत्र हुए हैं, जो हमारे समाज में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे पर ध्यान देने का दिन है। सबसे पहले, मैं बाल कल्याण संघ, अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO), और श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, झारखंड को इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम “हितधारकों का संवाद” के आयोजन के लिए धन्यवाद देना चाहता हूँ।
आज का दिन हमें याद दिलाता है कि बाल श्रम एक गंभीर समस्या है जो हमारे समाज के भविष्य को प्रभावित करती है। हमारे बच्चे, जो हमारे देश का भविष्य हैं, उन्हें शिक्षा, खेल और स्वच्छंद बचपन का अधिकार है। बाल श्रम उनके इन मौलिक अधिकारों का हनन करता है।
इस अवसर पर, मैं यह कहना चाहता हूँ कि बाल श्रम को समाप्त करने के लिए हम सभी का सहयोग और संयुक्त प्रयास अत्यंत आवश्यक है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हर बच्चा सुरक्षित वातावरण में पले-बढ़े और उसे अपनी क्षमताओं को विकसित करने का पूरा अवसर मिले।
श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, झारखंड इस दिशा में लगातार प्रयासरत है। हमने कई नीतियाँ और योजनाएँ लागू की हैं, जिनका उद्देश्य बाल श्रम को समाप्त करना और बच्चों को शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवाओं की ओर प्रेरित करना है। लेकिन यह कार्य केवल सरकारी प्रयासों से संभव नहीं है। इसमें समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है।
मुझे खुशी है कि इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग, अपराध अनुसंधान विभाग, गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि, बाल कल्याण समिति के के पदाधिकारी के साथ चाइल्ड चैम्पियन, सभी उपस्थित हैं। आप सभी का सहयोग और भागीदारी इस लड़ाई में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
विभागीय सचिव मुकेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा बाल कल्याण संघ के द्वारा बाल श्रम उन्मूलन के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और इस दिशा में और अधिक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, “बाल श्रम के उन्मूलन के लिए सभी हितधारकों का सहयोग आवश्यक है। हमें मिलकर काम करना होगा ताकि हमारे बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य मिल सके।” श्री मुकेश कुमार ने कहा बालश्रम हमारे बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाती है। बच्चों को शिक्षा, खेल और स्वच्छंद बचपन का अधिकार है, और बाल श्रम इन अधिकारों का हनन करता है। हमें यह सुनिश्चित करना है कि हमारे बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण में पले-बढ़ें और अपनी क्षमताओं को पूरी तरह विकसित कर सकें।
विभाग के सचिव के नाते मैं इस बात पर जोर देना चाहता हूँ कि बाल श्रम को समाप्त करने के लिए हमें कानूनों के सख्त पालन के साथ-साथ जनजागरूकता की भी आवश्यकता है। श्रम विभाग झारखंड में कई योजनाएँ और नीतियाँ लागू की गई हैं, जिनका उद्देश्य बाल श्रम को समाप्त करना और बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की ओर प्रेरित करना है। लेकिन यह कार्य केवल सरकार के प्रयासों से संभव नहीं है। इसमें समाज के हर वर्ग का सहयोग आवश्यक है।
इस कार्यक्रम में शिक्षा विभाग, अपराध अनुसंधान विभाग, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि, और चाइल्ड चैम्पियनों की उपस्थिति इस बात का प्रमाण है कि हम सभी इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर एकजुट हैं। आप सभी का सहयोग और भागीदारी इस लड़ाई में अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मैं विशेष रूप से चाइल्ड चैम्पियनों का धन्यवाद देना चाहता हूँ, जिन्होंने अपनी रचनात्मकता और विचारों के माध्यम से हमें यह संदेश दिया है कि बाल श्रम को समाप्त करने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। आपके उत्साह और आपकी सृजनात्मकता हमें प्रेरित करती है और हमें विश्वास दिलाती है कि हमारा भविष्य उज्ज्वल है।
अंत में, मैं आप सभी से आग्रह करता हूँ कि हम सभी मिलकर इस समस्या का समाधान निकालें और एक ऐसा समाज बनाएं जहां हर बच्चा सुरक्षित, स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सके। आइए, हम सब मिलकर इस संकल्प को दोहराएं कि हम बाल श्रम को समाप्त करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। और सबों को शपथ भी दिलाई की हम बालश्रम कभी नहीं कराएंगे। निदेशक समाज कल्याण श्री शशि शेखर झा ने अपने संबोधन में कहा बाल श्रम उन्मूलन हमारे समाज के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण मुद्दा है। हमारे बच्चों का बचपन उनका मौलिक अधिकार है और इसे सुरक्षित रखना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। बाल श्रम न केवल बच्चों के विकास में बाधा डालता है, बल्कि हमारे समाज के भविष्य को भी प्रभावित करता है।
श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग, झारखंड, बाल श्रम को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने इस दिशा में कई ठोस कदम उठाए हैं, जिनमें नीतिगत सुधार, सख्त कानूनों का कार्यान्वयन और जनजागरूकता अभियान शामिल हैं। लेकिन हमें यह समझना होगा कि यह लड़ाई अकेले सरकारी प्रयासों से नहीं जीती जा सकती। इसके लिए सभी हितधारकों, जैसे शिक्षा विभाग, अपराध अनुसंधान विभाग, गैर सरकारी संगठनों, और सबसे महत्वपूर्ण, समाज के हर नागरिक का सहयोग आवश्यक है।
इस अवसर पर, मैं विशेष रूप से हमारे चाइल्ड चैम्पियनों को बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने अपनी रचनात्मकता और दृढ़ संकल्प के माध्यम से यह दिखाया है कि यदि बच्चों को सही मंच और अवसर मिले, तो वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। आपकी पेंटिंग्स और “कबाड़ से जुगाड़” की कला ने बाल श्रम, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर महत्वपूर्ण ध्यान आकर्षित किया है।
बाल कल्याण संघ के संस्थापक श्री संजय मिश्र ने अपने संबोधन में कहा बाल श्रम को समाप्त करने के लिए सभी हितधारकों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है। हमें मिलकर एक ऐसी कार्ययोजना बनानी होगी, जो सभी के सहयोग से सफल हो सके।विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस पर संवाद कार्यक्रम का आयोजन ।
विश्व बाल श्रम उन्मूलन दिवस के अवसर पर, सरकार ने विभिन्न हितधारकों के साथ एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्रम नियोजन प्रशिक्षण विभाग मंत्री श्री सत्यानंद भोक्ता थे। कार्यक्रम में विभागीय सचिव श्री मुकेश कुमार भी शामिल हुए।कार्यक्रम का उद्देश्य बाल श्रम के उन्मूलन के प्रति जागरूकता बढ़ाना और विभिन्न हितधारकों के बीच प्रभावी संवाद को प्रोत्साहित करना था। इसमें बाल श्रम के खिलाफ कानूनों की सख्ती से पालन, शिक्षा की अनिवार्यता, और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा जैसे मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया गया। आईएलओ के देश प्रमुख जियोनी ने अपने संबोधन में आईएलओ द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रम के बारे में जानकारी दिया और कार्यक्रम के थीम पर जोर दिया की अब एक्सन की बारी है।सभी स्टेक होल्डर कमिटमेंट पर जोर दीजिए और एक साथ मिलकर बालश्रम को खत्म करें।कार्यक्रम में झारखंड राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य विकाश दोदराजका ने भी अपना मंतव्य दिया।कार्यक्रम में जेएलसी राजेश प्रसाद ने भी महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर किया की किस प्रकार से विभाग बाल श्रम पर कार्य कर रही है।