रांची:- एदार ए शरीया झारखंड के तत्वाधान में खांनकाहे मुनअमीया मजहरीया फिरदौस नगर रांची में मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली की अध्यक्षता में हुवी जिस का संचालन नाजिमे आला मलाना कितुबुद्दीन रिजवी ने किया। बैठक का मुख्य उद्देश्य केंद्रीय एदार ए शरीया के तत्वावधान में गत 13 दिसम्बर 2022 से बिहार के बेतिया से प्रारम्भ “एदार ए शरीया जागरूकता सह समाज सुधार अधिवेशन “के पांचवें चरण के बीच झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों, में अधिवेशन आयोजित करने का है। बैठक में मौलाना रिजवी ने बताया कि देश विशेष कर बिहार, बंगाल, झारखंड, उडीसा के मुस्लिम समुदाय के ज्वलंत मुद्दों पर आधारित अधिवेशन चारों राज्यों के प्रत्येक जिलों में आयोजित कर जागरूकता लाने का है, बैठक में सभी सम्मानित उलेमा, ईमाम व बुद्धि जिवियों ने केंद्रीय एदार ए शरीया से जारी कार्यक्रम के अनुसार 11-16 नवम्बर 2023 तक अधिवेशन करने पर बल दिया। जारी कार्यक्रम के अनुसार 11 नवंबर राजधनवार, 12 नवंबर बेरमो, 13 नवंबर हजारीबाग, 14 नवंबर चतरा, 15 नवंबर गढवा, 16 नवंबर डालटनगंज पलामू में एदार ए शरीया तहरीके बेदारी सह समाज सुधारक अधिवेशन होगा जिस में देश का जाने माने विद्वान भाग लेंगे। अधिवेशनों के मुख्य अतिथि व नेतृत्व करता पुर्व सांसद सह एदारा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना गुलाम रसुल बलयावी होंगे, अधिवेशन के सातवें चरण में रामगढ़, लातेहार, गिरिडीह, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा में अधिवेशन का आयोजन होगा। बैठक में बताया गया के तहरीक के मुख्य उद्देश्यों में तहफ्फुजे नामुसे रेसालत एक्ट व मुस्लिम सेफ्टी एक्ट बनवाना, झारखंड में अल्पसंख्यक आयोग, वक्फ बोर्ड, मदरसा बोर्ड, उर्दू अकेडमी, अल्पसंख्यक वित्त निगम का गढन, उर्दू को वाजिब हक दिलाना, समाज को शिक्षा के लिए जागरुक करना, जहेज का डिमांड बंद कराना, नशा मुक्त समाज बनाना,राष्ट्र को सशक्त बनाना, सभ्यसमाज को सुदृढ़ करने जैसे विषय शामिल हैं। बैठक में मौलाना सैयद शाह अलकमा शिबली कादरी, मौलाना कुतुबुद्दीन रिजवी, मौलाना डॉक्टर ताजुद्दीन रजवी, कारी अय्युब रिजवी, मौलाना गुलाम फारुक मिसबाही, मौलाना आबिद रजा फैजी, मौलाना मसउद फरीदी शहर काजी, मौलाना शेर मोहम्मद, कारी ताबे आलम, कारी मुजीबुर रहमान, मौलाना सैयद शाह अबुराफे तिबरानी, मौलाना दिलदार मिसबाही, कारी आफताब, कारी नुर आलम, अकीलुर रहमान, मो. असलाम, मौलाना नुर आलम फैजी, मौलाना नेजामुद्दीन मिस्बाही, मौलाना कलीमुद्दीन, मौलाना डॉक्टर गुलाम हैदर, मो. नसीम, मो. नदीम मुन्ना, प्रोफेसर इरशाद अहमद, हाजी सईद कौसर, मोलाना साबिर, अकबर, रेयाज, कलाम, अजीम व अन्य शामिल थे।