रांची : पाहन महासंघ ने रांची सरना भवन में धर्म को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की। जिसमें आदिवासियों की पौराणिक रूढ़ी प्रथा परम्परागत पहनाई व्यवस्था विशेष परिचर्चा हुई। जिसमें पाहन महासंघ ने कहा कि आज लगातर आदिवासियो के धर्म संस्कृति सभ्यता पर प्रहार किया जा रहा है और उनकी पूजा पद्धति से छेड़छाड़ कर उन्हें खत्म करने प्रयास किया जा रहा है। आदिवासियों को बरगलाकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है और उन्हें समाप्त करने की बड़ी साजिश चल रही है। जिससे उनके मूल पहचान और अधिकारों का भी हनन हो रहा है। जिससे समाज में भटकाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पाहन महासंघ ने समाज से अपील की है कि वो अपने जीवन के सारे नेग दस्तूर काम क्रिया पारंपरिक रीति-रिवाजों और पहनाई व्यवस्था के अनुसार ही कराएं तभी हमारा धर्म हमारा समाज हमारी पहचान और हमारी परंपरा बचेगी। क्योंकि आज आदिवासी और उसके धर्म को निशाना बनाया जा रहा है। जिसके लिए पहनाई व्यवस्था को खत्म किया जा रहा है और पाहनों की हत्या की जा रही है। जो एक बड़ा षड्यंत्र है। जिससे इस बैठक में पाहन महासंघ ने सर्वसम्मति से कई महत्वपूर्ण निर्णय पारित किए। जिसमें सलाहकार समिति का गठन किया गया। कोषागार और कोषाध्यक्ष की नियुक्ति की गई की नियुक्ति की गई। महिलाओं शाखा की नियुक्ति की गई। मासिक बैठक का निर्णय लिया गया। बर्थ सर्टिफिकेट मैरिज सर्टिफिकेट डेथ सर्टिफिकेट सहित सभी सर्टिफिकेटों पर क्षेत्र के पाहन का जिसमें प्रखंड से लेकर पंचायत स्तर तक पाहनों को जोड़ने का चरणबद्ध अभियान चलाया जाएगा और सभी क्षेत्रों में उक्त क्षेत्र के पाहन द्वारा ही बर्थ सर्टिफिकेट मैरिज सर्टिफिकेट डेथ सर्टिफिकेट सहित अन्य सर्टिफिकेट निर्गत कराया जाएगा। जिसके लिए पाहन महासंघ जल्द जिलाधिकारी और प्रशासनिक विभागीय से मुलाकात करेंगी। इस परिचर्चा में मुख्य रूप से जगदीश पाहन हलदर चंदन पाहन जेवियर पाहन महावीर पाहन अकलू पाहन वसंत पाहन कुशल पाहन विजय पाहन उमेश पाहन डोमन पाहन विक्की पाहन भोलानाथ सिंह मुंडा मनोज कुमार मुंडा आनन्द तांबा मुन्ना टोप्पो निरंजना हेरेंज टोप्पो सहित कई अन्य उपस्थित थे।