राज्य में कलाबाजारियों व अपराधियों का राज, जनता परेशान बालू की कालाबाजारी में लिप्त है सरकार ,कमलेश सिंह

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रांची: एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष विधायक कमलेश कुमार सिंह ने प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि बालू को लेकर लगातार दो वर्षों से राज्य में भवन निर्माण व विकास कार्य प्रभावित है। लगातार ध्यान आकृष्ट कराने के बावजूद सरकार मूक दर्शक बनी है। सरकार अपराधी और पुलिस की गठजोड़ से बालू का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। यह जनता के साथ बड़ा धोखा है। जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि झारखंड के बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं करने के पीछे बड़ा खेल चल रहा है। बालू घाटों की बंदोबस्ती होने से सरकार को राजस्व भी मिलता और आम लोगों को बालू आसानी से सस्ती दर पर उपलब्ध होता। सरकार के मुखिया बालू की कालाबाजारी करा कर अपनी जेब भरने में लगे हैं। वहीं राज्य में भवन निर्माण, सड़क, पीएम आवास समेत सभी विकास के कार्य ठप्प है, या कालाबाजारी में ऊंचे दाम पर किया जा रहा है। पीएम आवास के लाभुकों को बालू नहीं मिल रहा है। वह लाचार हैं। निर्माण नहीं करने की स्थिति में अधिकारी एफआईआर दर्ज करने की धमकी दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर विधान सभा में 3 मार्च 2020, 02 मार्च 2021 व 2 अगस्त 2022 को उठाने के अलावा मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर समाधान कराने का आग्रह किया था। सुनवाई नहीं होने की स्थिति में हुसैनाबाद में विशाल आंदोलन किसानों, ट्रैक्टर मालिकों व आम लोगों ने किया था। उन्होंने कहा कि याचना नहीं अब रन होगा, संघर्ष बड़ा भीषण होगा।
पलामू प्रमंडल में बिना सोचे समझे नए सर्वे को लागू कर दिया गया। नए सर्वे में बड़े पैमाने पर त्रुटि की वजह आए दिन मार पीट खून खराबा होता है। इस संबंध में विधानसभा ने मजबूती के साथ 19 मार्च 2021, 8 अक्तूबर 2021 के अलावा अनेक बार उठाने का काम किया। सरकार मानती है की सर्वे में त्रुटि की वजह परेशानी हो रही है। मगर हमेशा कर्मचारियों की कमी का रोना रोती है। ऑनलाइन सर्वे में गलत प्रविष्टियों की वजह पलामू के आधे लोग अंचल थाना और कोर्ट का चक्कर लगाते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा भी कई समस्याएं हैं। बेरोजगारी से युवा त्रस्त हैं। सिंचाई के अभाव ने फसलें सुख रही है। पलामू समेत सम्पूर्ण राज्य में अकाल की स्थिति है। गरीबों को राशन कार्ड पर मिलने वाला अनाज कहां जाता है, किसी को पता नहीं। हर तीन माह के बाद एक माह अनाज की आपूर्ति नहीं होती है। नारा शिक्षक, आंगनबाड़ी सेविका सहायिका समेत अनुबंध कर्मियों की समस्या का समाधान करने में सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है। राज्य के प्रखंडों अंचलों में अधिकारी नहीं हैं। जनता कार्यालयों का चक्कर काट रही है। अगर सुधार नहीं हुआ तो जनता जेएमएम कांग्रेस को चुनाव में सबक सिखाने का मन बना चुकी है। कमलेश सिंह ने कहा कि अगर झारखंड सरकार जल्द ही बालू घाट का टेंडर नहीं करेगी तो पार्टी रांची में एक बड़ा आंदोलन करेगी। प्रेस वार्ता में झारखंड इंटक के महामंत्री ,विनय कुमार प्रदेश प्रवक्ता ,योगेंद्र सिंह ,राष्ट्रीय प्रवक्ता सूर्या सिंह,प्रदेश महासचिव विनय कुमार सिंह उर्फ बीनू सिंह, युवा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष आदर्श , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के माइनेरिटी सेल के अध्यक्ष मन्नान समेत कई लोग मौजूद थे।

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