रांची: चीन बॉर्डर में आईटीबीपी के शहीद हुए अमर शहीद प्रकाश गोप मांडर इटकी कुंडी बगदरा पतरा, के रहने वाले थे l परसों दोपहर में ड्यूटी के क्रम में ऑक्सीजन की कमी के कारण उनकी मृत्यु हो गई थी l बाय रोड पार्थिव शरीर रांची पहुंचने पर राष्ट्रीय युवा शक्ति के द्वारा 500 मी का राष्ट्रीय ध्वज के साथ सम्मानपूर्वक पार्थिक शरीर को उनके गांव तक पहुंचाया गया l स्थानीय लोगों ने अपने लाल का स्वागत में इटली मोड़ के समझ बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए जैसे ही पथिक शरीर पहुंचा, हजारों की संख्या में लोग अपने लाल का एक झलक पाने के लिए बेचैन थे राष्ट्रीय युवा शक्ति के सदस्य रांची से चलकर अमर शहीद के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे थे बड़ी संख्या में राष्ट्रीय युवा शक्ति के सदस्य भी शामिल हुए l आधा किलोमीटर का लंबी लाइन लग गई थी आगे-आगे प्रचार रथ में अमर शहीद प्रकाश गोप अमर रहे, जब तक सूरज चांद रहेगा प्रकाश तेरा नाम रहेगा, भारत माता की जय, वंदे मातरम, नारे लगाई जा रही थी प्रचार रथ के पीछे आधा आधा किलो मीटर लंबा तिरंगा सब अपने हाथों में पकड़े हुए थे और उसके पीछे अमर शहीद का पार्थिव शरीर के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग थे l वहां स्थानीय लोगों ने आप की मांग रखी है इटकी मोड का नाम प्रकाश गोप के नाम से रखा जाए एवं उनकी प्रतिमा लगाई जाए l कार्यक्रम में रांची से चलकर उत्तम यादव, नितेश वर्मा, उमेश साहू, सावन लिंडा, वीरेंद्र गोप, नितिन घोष, राहुल गुप्ता, विकास साहू, गांगुली घोष, ब्लू गोप, केदार गोप, सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए l