राँची : मौलाना आजाद ह्यूमेन इनिशिएटिव (माही) के अंतर्गत
वृहस्पतिवार को इराकी उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल में एक पुरस्कार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में वैसे छात्र-छात्राओं को पुरष्कृत किया गया जिन्होंने 11 नवंबर को कडरू स्थित माही द्वारा हज हाउस में शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मेले में हिस्सा लिया और बेहतर प्रदर्शन किया , इसी संदर्भ में ये कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर स्कूल की प्रिंसिपल इंचार्ज दरख्शां परवीन को मेले से संबंधित मेमोरी फ़ोटो एवं स्कूल पार्टिसिपेशन अवार्ड से नवाजा गया एवं मेले में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल एवं सर्टिफिकेट प्रदान किये गए। इराकी उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल के छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में चौथा एवं विज्ञान एवं कला मॉडल प्रदर्शनी में सातवें स्थान के लिए पुरष्कृत किये गए।
इस अवसर पर जमैतुल इराकीन कमिटी के उपाध्यक्ष दस्तगीर आलम*ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वर्णिम भविष्य के लिए केंद्रित होकर शिक्षा ग्रहण करने की आवश्यकता है। छात्र-छात्राओं को अपना समय पढ़ने के लिए लगाना चाहिए और सोशल मीडिया का इस्तेमाल कम से कम करना चाहिए, सोशल मीडिया का दुष्प्रभाव समाज विशेषकर बच्चों पर पड़ रहा है इसलिए इससे दूर रहे और अपना भविष्य गढ़ने में लग जाये। माही का शिक्षा के प्रति समर्पण और वंचित तबके के बच्चों को प्रोत्साहन पूरे समाज के लिए एक दर्पण का काम करेगा।
वरिष्ठ पत्रकार एवं माही के प्रवक्ता मुस्तक़ीम आलम ने कहा कि समय का सदुपयोग हो और माता-पिता के सपने और समाज के आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए छात्र-छात्राओं को शिक्षा के प्रति अपनी गंभीरता और समर्पण दिखाने की जरूरत है, तभी आप समाज मे अपना स्थान सुनिश्चित कर पायेंगे। माही के शिक्षा संयोजक सरवर इमाम खान ने अपने धन्यवाद ज्ञापन के संबोधन में कहा कि जमैतुल इराकीन का योगदान न केवल सराहनीय है बल्कि अनुकरणीय भी है। बच्चों के शैक्षणिक एवं बौद्धिक विकास के लिए जमैतुल इराकीन का प्रयास और योगदान हम सब को प्रेरित करता रहेगा।
ज्ञात हो कि मौलाना आज़ाद की जयंती पर माही द्वारा हज हाउस में आयोजित “शैक्षिक और सांस्कृतिक मेला-2023” में लगभग 30 विभिन्न स्कूलों के 550 छात्रों ने भाग लिया था। मंच का संचालन मोहम्मद सलाहउद्दीन ने किया। इस अवसर पर विशेषकर जमैतुल इराकीन के सक्रिय कार्यकारिणी सदस्य अर्शद शमीम, वरिष्ठ पत्रकार एवम फोटोग्राफर नसीम अख़्तर, पत्रकार नक़ी इमाम रिज़वी , इराकी उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल की शिक्षिकाओं में जूही नाज़, शाकरा तरन्नुम, बुशरा सदफ़, नाहिद परवीन और अफ्शा परवीन मौजूद थी।