एमेजॉन भारत में समुद्र तल से 4,500 फीट की ऊंचाई पर हिमालय तक ग्राहकों के ऑर्डर पहुँचाता है

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25 फरवरी 2024: ऊपरी हिमालय में समुद्र तल से 4500 फीट की ऊंचाई पर मौजूद गजौली में बना महर्षि आश्रम भारत में करीब 60 ध्यान अभ्यासियों के लिए एक शांत आश्रय की जगह है। यह एक ऐसा आश्रम है जहां दुनिया भर से लोग ध्यान का अभ्यास करने और आंतरिक शांति पाने के लिए आते हैं। बाहरी दुनिया द्वारा ध्यान न भटके इसलिए आश्रम को बाकी दुनिया से अलग और एकांत रखा गया है। हालांकि यह अभ्यासकर्ताओं के लिए एक बेहतरीन वातावरण है, लेकिन फिर भी यह स्थान रोजमर्रा की जरूरतों को इनसे काफी दूर कर देता है। किसी भी जरूरत के लिए नजदीकी शहर तक जाने के लिए पहाड़ी इलाके से पास के गांव गजौली तक 30 से 40 मिनट की पैदल यात्रा तय करनी पड़ती है। और अगर पास के शहर उत्तरकाशी जाना हो तो उसके लिए स्थानीय सार्वजनिक परिवहन का सहारा लेना पड़ता है। यह यात्रा न केवल मुश्किल है, बल्कि इसमें बहुत समय भी लग जाता है, क्योंकि आश्रम के आसपास कोई दुकान या डिलीवरी विकल्प नहीं है। लेकिन वर्ष 2020 में पूरा माहौल ही बदल गया जब एमेजॉन डॉट इन गजौली गांव में महर्षि आश्रम तक डिलीवरी करने वाली पहली और एकमात्र ई-कॉमर्स कंपनी बनी। इसने तो मानों सपनों को साकार ही कर दिया हो। अब यहां के लोग भारत के किसी भी कोने से चीजें ऑर्डर कर सकते हैं, और उन्हें उनके दरवाजे पर ही डिलीवरी मिल जाती है।
डिलीवरी करने वालों के लिए, यह यात्रा सिर्फ एक सड़क का सफर तय करना नहीं है, बल्की उससे कहीं अधिक है। यह एक भरोसा है, जो ग्राहकों ने इन पर दिखाया है। इस यात्रा में 25 किलोमीटर की बाइक की सवारी के लिए एक ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्ता शामिल है। और इससे आगे 3 किलोमीटर से भी ज़्यादा का सफ़र ऊँची-नीची चोटियों, पहाड़ियों और पठारों वाले भूभाग से होकर तय करना पड़ता है। इतना ही नहीं समतल क्षेत्रों के कम होने के कारण सर्दियों और मानसून के मौसम में सफर तय करना बहुत मुश्किल हो जाता है।


एमेजॉन इंडिया के एमेजॉन लॉजिस्टिक्स डायरेक्टर डॉ. करुणा शंकर पांडे ने बताया, “ग्राहकों पर केंद्रित रहने की लगन के साथ हमने भारत में एक मजबूत ऑपरेशन नेटवर्क बनाया है। पिछले कुछ सालों में हमने हर तीन मील के क्षेत्र में अपने बुनियादी ढांचे और वितरण तकनीक में बेहतरीन वृद्धि की है, और साथ ही देश के सबसे दूर दराज के इलाकों में पहुंच कर ग्राहकों की विभिन्न ज़रूरतों को पूरा करने के लिए एक तेज़, सुरक्षित और मजबूत नेटवर्क बनाया है। उत्तरकाशी का चुनौतीपूर्ण इलाका और चरम जलवायु पारंपरिक रूप से परिवहन में बाधाएं उत्पन्न करता रहा है, लेकिन मैं इस टीम का आभारी हूं, जो आश्रम में डिलीवरी संभव बना रही है। इससे ग्राहक जहाँ भी हों, उन तक डिलीवरी पहुंचाने की हमारी क्षमता एवं प्रतिबद्धता प्रदर्शित होती है।”
एमेजॉन के लास्ट माइल डिलीवरी नेटवर्क को बढ़ाने से एमेजॉन भारत में 100 प्रतिशत डिलीवरी योग्य पिन कोड में ग्राहकों को सेवा देने में सक्षम बन गया है। एमेजॉन ने अपने वन डे, सेम डे और सब सेम डे के नेटवर्क को बढ़ाते हुए स्पीड में निवेश करना जारी रखा है, जिस कारण कई दूरदराज के शहरों में जैसे की असम के मंगलदोई में, तमिलनाडु के मोहनूर में और हिमाचल प्रदेश के देहरा गोपीपुर में भी 1 दिन में डिलीवरी की जा सकती है।

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