3-4 अक्टूबर को राज हॉस्पिटल रांची में एम्स कोच्ची की टीम करेगी स्क्रीनिंग कैंप
रांची रोटरी रांची एवं रोटरी रांची मिड टाउन, रांची नार्थ एवं रांची साऊथ के द्वारा संयुक्त रूप से रोटरी गिफ्ट ऑफ लाइफ अभियान के तहत दिल में छेद वाले बच्चों का ऑपरेशन कराया जाएगा। एक माह से 18 वर्ष उम्र तक के वैसे बच्चे जिनके दिल मे जन्मजात छेद है या वॉल्व में सिकुड़न है, उनका इलाज कोच्ची (केरल) के प्रसिद्ध अमृता अस्पताल में निःशुल्क होगा। इसके लिए रांची के राज हॉस्पिटल में 3-4 अक्टूबर को ऐसे बच्चों की स्क्रीनिंग की जाएगी। स्क्रीनिंग एम्स कोच्ची के प्रसिद्द डॉ ब्रजेश पी कोटाईल एवं उनकी टीम द्वारा की जाएगी। स्क्रीनिंग के लिए संबंधित बच्चे के अभिभावकों को पूर्व के इलाज के सारे कागजात, जांच रिपोर्ट, इकोकार्डियोग्राफ, ईसीजी और चेस्ट एक्सरे रिपोर्ट लेकर आना होगा। आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उक्त जानकारी देते रोटरी रांची के प्रवक्ता प्रवीण राजगढ़िया ने कहा कि रोटरी के द्वारा बच्चों की ओपन हार्ट सर्जरी निःशुल्क कराई जा रही है। पूरे झारखण्ड और बिहार में विभिन्न स्थानों पर स्थित अपने 104 क्लबों एवं 4000 रोटरी सदस्यों के माध्यम से सेवा कार्य किया जा रहा है। रोटरी इंटरनेशनल अपनी सामाजिक जिम्मेवारी का निर्वहन करने के लिए कृतसंकल्पित है. संस्था द्वारा देश के वंचित तबके को चिकित्सा सुविधा दिलाने के लिए महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं.
रोटरी रांची मिड टाउन की अध्यक्ष मंजू गंभीर ने कहा कि रोटरी ने झारखंड एवं बिहार में जरूरतमंद सभी बच्चों के ऑपरेशन का लक्ष्य रखा है। लोगों की सेवा करना और शांति स्थापित करना रोटरी का मुख्य उद्देश्य है।
रोटरी डिस्टिक 3250 के पूर्व गवर्नर योगेश गंभीर ने कहा कि दिल में छेद वाले किसी भी बच्चे के अभिभावक अपने बच्चे को लेकर राज हॉस्पिटल रांची में प्रत्येक मंगलवार या शनिवार को सुबह 10 बजे से 12 बारह बजे तक विजिट कर प्रसिद्द चिकित्सक डाक्टर राजेश झा से निःशुल्क परामर्श ले सकते है। आवश्यकता पड़ने पर रोटरी द्वारा ऐसे बच्चों का बिना किसी खर्च के ओपरेशन कराया जाएगा।
रोटरी डिस्टिक 3250 के गवर्नर शिवप्रकाश बागड़िया ने कहा कि जब किसी अभिभावक को पता चलता है कि उनके बच्चे के दिल में छेद है, तो उनपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ता है। मध्यमवर्गीय परिवार तो उनके इलाज में पूरी तरह टूट जाते है। लेकिन ऐसी परिस्थिति में रोटरी उनका सहारा बन रहा है। अब तक ऐसे सैकड़ों केस का सफलता पूर्वक निःशुल्क ऑपरेशन कराया जा चुका है।
रोटरी रांची के अध्यक्ष डॉ विनय ढानढनिया ने कहा कि हम पूरे झारखण्ड एवं बिहार के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से दिल की बीमारी से ग्रस्त बच्चों को ढूंढ कर उसके इलाज की व्यवस्था करा रहे हैं। जरूरतमंद तक इस अभियान की जानकारी पहुंचाने में सहयोग करें। सचिव ललित त्रिपाठी ने कहा दिल में छेद होने की वजह से छोटे बच्चों को लम्बे संघर्ष से गुजरना पड़ता है. गिफ्ट ऑफ़ लाइफ के माध्यम से हम अपने बच्चों के जीवन को बचा रहे हैं।
स्क्रीनिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कराने हेतु संपर्क नंबर 9204055678, 7209380342, 7004714905 और 9431115384 भी जारी किया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोटरी नार्थ के अध्यक्ष निहार कांता दास, रोटरी रांची साऊथ के अध्यक्ष निर्मल तिग्गा, रोटरी मिड टाउन की पूर्व अध्यक्ष सुजाता गुप्ता सचिव भूपेंद्र जग्गी भी उपस्थित थे।
दिल में छेद वाले बच्चे का रंग पड़ जाता है नीला
डाक्टर विनय ढानढनिया ने बताया कि दिल में छेद रहने पर समान्यता बच्चे का रंग नीला पड़ जाता है। शरीर और चेहरे के अलावा जीभ, नाखून और होंठ भी नीले हो पड़ जाते हैं। इस बीमारी में बच्चे कई बार बेहोश भी होते हैं। नवजात शिशु को दिल में छेद होने पर उसे दूध पीने में परेशानी, दूध पीते हुए पसीना आना, वजन कम होना, जल्दी थक जाना, बार-बार निमोनिया होना आदि प्रमुख लक्षण है।