हज़ारीबाग । जमीयत उलेमा -ए- हिन्द के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को हज़ारीबाग के पगमिल स्थित ग्रैंड प्लेस में उलेमा के शिरकत से सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमे झारखण्ड के पाँच जिला के जमीअत के अध्यक्ष सचिव और उलेमा शामिल हुवे जमीयत उलेमा-ए-हिन्द के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना असजद मदनी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुवे । वहीं बड़ी संख्या में दूर-दराज से आए उलेमा भी शरीक हुए।
इस सेमिनार का उद्देश्य नई पीढ़ी को उनके अकाबीर (इस दुनिया से रुखसत होने वाले आलिमो) व उनके जीवन काल के कार्यों का जीवन को बताना था। इस दौरान जमीयत उलेमा-ए- हिन्द से जुड़े सेकड़ो अकाबीर और विद्वानों के जीवन पर बात रखी गई इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जमींअतुल उलेमा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मौलाना असजद मदनी ने कहा कि जो लोग अपने अतीत से कट जाते हैं, उसका भविष्य कभी संवर नहीं सकता। विशेषकर बीते हुए अकाबीर विद्वानों और बुजुर्गों के जीवन की और उनके जीवन के खीदमात (सामाजिक सेवा) को याद कर उनके नक्से कदम पर चलने की कोशिश करनी चाहिए। इस दौरान मौलाना असजद मदनी ने सभी जिले के अध्यक्ष सचिव को निर्देश देते हुए कहा कि जमीयत उलेमा – ए- हिन्द सदस्यता अभियान जिला स्तरीय से लेकर प्रखंड गांव तक चलेगी मौके पर उपस्थित जमींअतुल उलेमा हजारीबाग के सचिव मौलाना शकीलउर रहमान अपनी बात रखते हुए कहीं की नफरत से कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता हम इंसान हैं और हम तमाम इंसानों को इंसानियत के रास्ते पर चलना चाहिए और आपसी एकता और भाईचारे के साथ काम करना चाहिए कार्यक्रम में झारखण्ड के पांच जिला के अध्यक्ष सचिव जैसे हजारीबाग जिला जमींअत के अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद यूनुस कासमी सचिव मौलाना साकिलउर रहमान कासमी, चतरा जिला से मौलाना वहाजुल हक साहब, कारी इकबाल हसन, कोडरमा मौलाना कमरुद्दीन साहब, मौलाना महमूद साहब, रामगढ़ मुफ्ती मोहम्मद शमीम कासमी, हाफिज सलीम साहब हजारीबाग से अनवर हुसैन कासमी, मुफ्ती सनाउल्लाह,मौलाना हाफिज ओसामा,हाफिज एहसानुल हक,मौलाना जकरिया, मौलाना मूसा नदवी,सईद साहब, मूसा कासमी, मौलाना खलीउद्दीन,कारी तौसीफ, अब्दुल हलीम, कमरुद्दीन, करी तनवीर, मौलाना कफीलूर रहमान, मौलाना मसीहउद्दीन, मौलाना जाहिद, नौशाद खान, मोहम्मद कैफ,अकीलउर रहमान, और सैकड़ो उलेमा उपस्थित हुवे