झारखंड में गठबंधन की सरकार बने 4 साल हो गया है लेकिन अभी तक झारखंड की सेकुलर और तथाकथित मुस्लिमो की हितेशी सरकार झारखंड अल्पशंख्यक आयोग का गठन नही किया जो की अपने आप में शर्म की बात है जबकि झारखंड राज्य अलग होने के बाद पहली बार झारखंड की सेकुलर सरकार ने हिंदू न्यास आयोग, गो सेवा आयोग इत्यादि बना दिया है लेकिन अल्पशंख्यक आयोग , वक्फ बोर्ड, वगेरह नही बनाना सरकार की मनसा को दर्शा दिया है मुझे अफसोस तो हमारे उन भाईयो पे भी आता है जो सेकुलर सरकार का झंडा सालो साल से अपने कन्धों पे उठा रहे है और जब इनको पद में बैठाने का मौका आता है तो इन्हे भी मायूसी ही मिलती है मुझे पता है मेरा पोस्ट पढ़ने के बाद कुछ सेकुलर पार्टी के हमारे भाई लोग मेरा पोस्ट पे सरकार का बचाव करने के लिए कुद पढ़ेंगे और बचाव करेंगे भी क्यू नही क्योंकि मुस्लिमो की फितरत है वफादारी करना लेकिन अफसोस हमेशा हमे वफादारी का बदला गद्दारी मिला है ।