मांडर के नरकोपी में महिला सशक्तिकरण पर बैठक आयोजित
रांची 17 सितम्बर. पूर्व मंत्री, झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि
आदिवासी समुदाय, परम्परा और संस्कृति के साथ ही पूरे झारखण्ड में महिला सशक्तिकरण की भावना जड़ में समाहित है और इसकी अवहेलना वास्तव में पूरे झारखण्ड से विश्वासघात है. श्री तिर्की ने कहा कि महिलाओं को मजबूत और आत्मनिर्भर बनने के लिये अपने आत्मविश्वास को नये सिरे से गढ़ना होगा.
आज मांडर प्रखण्ड के नरकोपी बजरा जतरा टाड़ मैदान में महिला सशक्तिकरण पर मंदरो और सरवा पंचायत के ग्रामीणों की एक बैठक को सम्बोधित करते हुए श्री तिर्की ने कहा कि यदि महिलायें मज़बूत होंगी तो न केवल उनका परिवार बढ़ेगा बल्कि सम्पूर्ण मांडर क्षेत्र का विकास सुनिश्चित होगा.
उन्होंने कहा कि आदिवासियों, मूलवासियों और दलितों की पहचान की सुरक्षा में इस बात का बहुत बड़ा हाथ है कि हम महिलाओं से कैसा व्यवहार करते हैं और उन्हें कितना महत्व देते हैं.
बैठक में सभी महिलाओं को अपनी एवं अपने संगठन की मजबूती के विषय में जानकारी देने के साथ ही यातनाओं एवं प्रताड़ना का मुक़ाबला करने के विषय में विस्तार से बताया गया. श्री तिर्की ने महिलाओं को उत्साहित किया और सभी से परस्पर सहयोग की अपील की. बैठक में मंदरो पंचायत अध्यक्ष सोम्बरा उरांव, सरवा पंचायत के अध्यक्ष बलदेव उरांव, अल्मा, माधुरी, ऊषा, नशिमा खातुन, प्यारी आदि के साथ ही ग्रामीणों की भारी संख्या में उपस्थिति रही.