रांची: अंजुमन इस्लामिया रांची के मुंतजमा की बैठक 29 अक्टूबर को रिसालदार बाबा दरगाह में होने वाली थी। मगर एक दिन पहले एसडीओ ने हंगामे के आसार को देखते हुए इसे रद्द कर दिया। एसडीओ को भ्रमित कर अंजुमन इस्लामिया के पूर्व सदर इबरार अहमद ने ये खेल किया है। अंजुमन में जो विवाद चल रहे हैं इसके पीछे इबरार अहमद ही है। यह बातें रिसालदार बाबा दरगाह मैदान में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंजुमन के अध्यक्ष मोख्तार अहमद व उनकी टीम ने कहा। मुख्तार अहमद ने कहा रांची एसडीओ ने पत्र लिखकर कहा कि हॉकी चैंपियनशिप मुड़मा मेला और परीक्षा के कारण 5 नवंबर के बाद मुमताज मां की बैठक करें इसी वजह से मुंतजमा की बैठक स्थगित की गई। जल्द ही तिथि की घोषणा एसडीओ से इजाजत लेकर की जाएगी । उन्होंने कहा कि अंजुमन की घटना के पीछे के साजिश में दूसरे लोगों का हाथ है और वह ही लोग ऑडिट भी नहीं करने दे रहे हैं। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पंचायत को भी इस साजिश पर सोचना चाहिए कि कौन लोग ऐसी साजिश कर रहे हैं ।अंजुमन इस्लामिया एक सामाजिक संगठन है और इसे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। वहीं पूर्व पार्षद मोहम्मद असलम ने कहा कि सदर और सचिव के बीच आरोप और प्रत्ययरोप लगाया जा रहा है। सदर मुख्तार अहमद पूरे सबूत के साथ अपने आप को मुंतजमा की बैठक में साबित करेंगे ।अंजुमन इस्लामिया का फैसला कोई और नहीं कर सकता है इसका फैसला सिर्फ मुंताजमा ही कर सकती है। इस मौके पर उन्होंने कहा कि मुंताजमा की बैठक रोकने में अबरार अहमद पूर्व सदर का अहम रोल है, वह लगातार कोशिश कर रहे हैं ,उन्हीं के इशारे पर सचिव और कुछ अच्छे मजलिसे आमला आमला के सदस्य नाच रहे हैं । अंजुमन इस्लामिया के पूर्व सदर अबरार अहमद ने अंजुमन इस्लामिया को नीचा दिखाने के लिए ही चुनाव हारने के बाद माही नाम का एक संगठन खड़ा किया,उन्होंने कहा कि इसका प्रमाण भी उनके पास है।