हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड, एचईसी कंपनी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है. वहीं दूसरी तरफ कंपनी से पैसा वसूलने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है. मंगलवार को मजिस्ट्रेट पवन कुमार, अधिवक्ता परमेश्वर महतो और जिला पुलिस बल के दर्जनों जवान एचईसी मुख्यालय पहुंचे. मजिस्ट्रेट ने कॉमर्शियल कोर्ट के न्यायाधीश एनसी झा का आदेश दिखाते हुए सीएमडी कार्यालय को सील करने की कार्रवाई शुरु की. मजिस्ट्रेट ने बताया कि कंपनी ने वर्ष 2012-13 में राउरकेला की कंपनी पायोनियर इंडस्ट्रीज से रॉ-मैटेरियल लिया था. मगर एचईसी ने सप्लायर कंपनी को 2.50 करोड़ रुपए का भुगतान नहीं किया. जिसके एवज में कोर्ट ने सीएमडी कार्यालय सील कर, कार्यालय के सामान को जब्त करने का आदेश दिया है. इतना ही नहीं, कोर्ट ने सीएमडी कार्यालय के साथ-साथ तीनों प्लांट एचएमबीपी, एफएफपी और एचएमटीपी के जीम ऑफिस को भी सील कर सामान जप्त करने का आदेश दिया है.
कोर्ट के आदेश को देखने के बाद एचईसी के आला अफसरों ने मजिस्ट्रेट से बातचीत की. मगर मजिस्ट्रेट ने बताया कि कोर्ट के आदेश का पालन करना है. कार्यालय सील करने की कार्रवाई होगी. सामान भी जब्त किया जाएगा. इस संबंध में अधिवक्ता परमेश्वर महतो ने बताया कि राउरकेला की कंपनी पायोनियर इंडस्ट्रीज ने बकाया भुगतान के लिए एचईसी को कई बार पत्र लिखा, मगर कंपनी ने भुगतान नहीं किया. बता दें कि पायोनियर इंडस्ट्रीज छोटी कंपनी है, उसके लिए 2.50 करोड़ की राशि बहुत बड़ी है. उसने राशि वसूली के लिए कोर्ट से गुहार लगाई. सुनवाई के दौरान दोनों पक्षों को सुनने के बाद एनसी झा के कोर्ट ने आदेश दिया है कि एचईसी सीएमडी कार्यालय, तीनों प्लांट के जीएम कार्यालय को सीएल कर सामान जब्त किया जाए. कोर्ट के आदेश का पालन हो रहा है.