रांची : झारखण्ड राज्य दुग्ध उत्पादक सहकारी महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.) एवं इंडियन डेयरी असोशिएशन (ईस्टर्न जोन) झारखण्ड चैप्टर के संयुक्त तत्वाधन में मेचा डेयरी प्लांट, होटवार, रांची में मेधा दही खाओ ईनाम पाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता के अंतर्गत 210 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया और तीन मिनट में दही खाकर तीन वर्गों (महिला, पुरुष एवं वरिष्ठ नागरिक) में पुरस्कार प्राप्त किए। पुरस्कार पाने वालो के नाम इस प्रकार से हैं। पुरुष वर्ग में दही सम्राट विनय कुमार सिंह 2.537 केजी ,दही श्रीमान मनोज कुमार मिश्रा 2.535 केजी,दही वीर उत्तम कुमार महतो 2.413 केजी ,सीनियर सिटीजन में दही भूषण नीलकंठ झा 2.037 केजी,दही महाराज 1.887 केजी ,दही शौर्य 1.866 केजी ।महिला वर्ग में दही सामग्री पूनम सिंह 1.849 केजी ,दही श्रीमती सुनीता कुमारी 1.772 केजी ,दही वीरा पुतुल देवी 1.432 केजी रहे।
प्रतिभागियों से उनके अनुभव लेते हुए बातचीत में उनके दवारा यह बताया गया कि मेधा दही खाओ इनाम पाओं प्रतियोगिता -2024″ में भाग ले कर वो बहुत उत्साहित है और अच्छा महसूस कर रहे हैं।। यह प्रतियोगिता अपने आप में ही अनोखी प्रतियोगिता है। प्रतिभागियों ने कहा कि प्रलोक वर्ष इस प्रकार की प्रतियोगिताएं मेधा डेयरी दवारा समय समय पर की जानी चाहिए। इस अवसर पर सुधीर कुमार सिंह, अध्यक्ष, इंडियन डेयरी असोशिएशन (ईस्टर्न जोन) सह प्रबंध निदेशक झारखण्ड राज्य दुग्ध उत्पादक सहकारी महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.) ने हमारी पुरानी खाने-पीने की संस्कृति को रेखांकित करते हुए कहा की पुराने समय में लोग पेट भर खाने के
बाद भी कई किलो दही एवं मिठाई खा जाया करते एडी सिंह ने यह भी बताया की दिन प्रति दिन मेधा दही की मांग बढ़ रही है जिसके कारण मेधा डेयरी के पास 80 ग्राम दही कप से लेकर 15 कि ग्राम के दही बकेट तक उपलम है। इस मकर संक्रांति के अवसर पर मेधा दही काफी पसंद किया गया और लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य ग्राहकों में सहकारी डेयरियों दवारा प्रदान किए जा रहे स्वच्छ एवं सेहतमंद उत्पादों का
अधिक से अधिक मात्रा में उपयोग करने हेतु जागरूकता फैलाना है। मेधा दही विदेश से मंगाए गए उच्ब गुणवत्ता पूर्ण कल्चर से जमाया जाता है। मेधा दही संक्रामण रहित है और इसे हर रोज खाने से शरीर स्वस्थ रहता है। जैसा की हम सभी को विदित है की दूध को एक सम्पूर्ण आहार के रूप में मानकर दैनिक जीवन में हमारे द्वारा उपयोग किया जा रहा है क्योंकि दूध पौष्टिकता का मूल भूत आधार है एवं उपरी उत्पाद उच्च गुणवत्ता के होते है जिससे हमारा स्वास्थय अच्छा रहता है। प्राय देखा गया है की आज की युवा पीढ़ी जंक फूड की ओर ज्यादा आकर्षित है एवं यह सही समय है हम नई पीढ़ी को पोष्टिक भोजन की ओर आकर्षित होने के लिए जागरूक करें।
मेधा डेयरी, झारखण्ड सरकार से संबद्ध एक मात्र दूध उत्पादकों की सहकारी संस्था है और राज्य के सभी शहरों एवं कस्बों में अपने दूध एवं दुग्ध जन्य पदार्थों का विपणन कर रही है। मेधा डेयरी झारखण्ड राज्य के ग्रामीण दुग्ध उत्पादकों से शहरी उपभोक्ताओं के बीच एक कड़ी का कार्य करती है, जो इन डेपरी किसानों को आजीविका का स्रोत उपलब्द करा रही है। इस अवसर पर अध्यक्ष, इंडियन डेयरी असोशिएशन (झारखंड चेष्टर)) सह महाप्रबन्धक (1) झारखण्ड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (जे. एम.एफ.) पवन कुमार मरवाहा महाप्रबंधक , झारखण्ड राज्य सहकारी दुग्ध उत्पादक महासंघ लिमिटेड (जे.एम.एफ.), जयदेव विश्वास एवं समस्त ग्रुप हेड और मेधा डेयरी के सहयोगी कर्मचारी श्रीगण इस मौके पर मौजूद थे। । वहीं इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए राज हॉस्पिटलस, रॉची को विशेष रूप से धन्यवाद जो इस कार्यक्रम के हॉस्पिटल पार्टनर रहे।