शहरों के विकास के लिए शहर में अच्छी सड़कों का होना जरूरी है। राजधानी में भी शहर की सड़कों को संवारने का काम किया जा रहा है। लेकिन सड़कों को विकसित करने के चक्कर में अब तक शहर में एक हजार से ज्यादा पेड़ काट दिए गए। यही नहीं अभी आने वाले दिनों में शहर के अन्य पथों को चौड़ा करने के लिए 1500 से ज्यादा पेड़ और काटे जाएंगे। राजधानी में शहर के 21 पथों का चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण कार्य किया जा रहा है। सड़क के किनारे लगे इन पेड़ों को इसलिए काटना पड़ रहा है क्योंकि ये काफी पहले लगे थे और सड़क चौड़ीकरण के भीतर रहे हैं। रांची रामगढ़ रोड में दीपा टोली से लेकर कोकर चौक तक सड़क के चौड़ीकरण के लिए बड़े-बड़े वृक्ष काटे जा रहे हैं। इस वजह भी ज्यादा संख्या में पेड़ों को काटना पड़ रहा है। पेड़ों को काटने के बदले पेड़ काटने वाले विभाग को पौधे भी लगाने हैं। लेकिन अभी तक यह काम शुरू नहीं हुआ है। मालूम हो कि किसी भी पेड़ को काटने के लिए वन विभाग से अनुमति लेना अनिवार्य है। सड़क चौड़ीकरण के लिए जिन पेड़ों को काटा जा रहा है उसके लिए पथ निर्माण विभाग ने वन विभाग से अनुमति ले ली है। इधर वन विभाग ने पथ निर्माण को ये निर्देश दिया है कि एक पेड़ काटने के बदले पथ निर्माण को पांच पौधे लगाने हैं। शहर की सड़कों के चौड़ीकरण के लिए जिन पेड़ों को काटा जा रहा है उसके बदले पौधे लगाने के लिए वन विभाग ने योजना तैयार की है। शहर को ग्रीन करने के लिए वन विभाग सिर्फ शहर में 10 हजार से ज्यादा पौधे लगाएगा। जगह-जगह ग्रीन ग्राउंड भी डेवलप किया जाएगा।