झारखंड के अल्पसंख्यकों को इंसाफ़ दो अभियान के तहत मुस्लिम समाज के विभिन्न सामाजिक संगठनों का प्रतिनिधिमंडल अंजुमन इस्लामिया रांची के नेतृत्व में मुस्लिमों के मुद्दें पर आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष एवं माननीय विधायक सह पूर्व उपमुख्यमंत्री झारखंड सरकार श्री सुदेश कुमार महतो से बीते वर्ष रांची में हुई 10 जून 2022 की दुर्भाग्यपूर्ण घटना जो पुलिस अत्यचार का मामला था एवं अल्पसंख्यकों के अन्य मुद्दें पर आज दोपहर आजसू केंद्रीय कार्यालय,हरमू,रांची में मिला.
प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बीते वर्ष 10 जून की दुर्भाग्यपूर्ण घटना की आपको पूरी जानकारी है और साथ ही बीते वर्ष ही आपने विधानसभा में यह मामला उठाया था,मगर आज तक इस मामलें में मुस्लिम समाज को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है जबकि यह मामला सिविलियन बनाम पुलिस था बल्कि यूं कहें कि यह पुलिस अत्यचार का मामला था,जिसमें 2 बेक़सूर नौजवान की हत्या,दर्जन भर जेल में,सौकड़ों ज्ञात पर प्राथमिकी,10 हज़ार अज्ञात पर प्राथमिकी हुई है 4 थानों में एकपक्षीय 50 से ऊपर प्राथमिकी दर्ज हुई है,मगर दो मृतक परिवार की तरफ से आज तक प्राथमिकी नही हुई,आज तक जांच का अतापता नही,पूरे मामलें में मुस्लिम समाज को पुलिस ने दोषी बनाकर फसा दिया.आप इस घटना पर विधानसभा में पहले की कह चुके है कि यह प्रायोजित कर फसाने का काम किया गया है जबकि धरना प्रदर्शन तो होता ही है,जिसकी पुलिस को सूचना भी थी यह फंसाने के लिए हुआ था.इस पूरे मामलें का पटाचेप होना चाहिए,ऐसे भी मामलें की जानकारी हमलोग माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी दिए है,मगर अभी तक इस समेत बाकि अल्पसंख्यकों के ज्वलंत मुद्दों पर हेमंत सरकार गंभीर नही है.
माननीय विधायक सुदेश कुमार महतो ने मामलें की गंभीरता पर आपने दृष्टिकोण के साथ व्यवहारिकता के साथ मुस्लिम समाज और हेमंत सरकार की स्थिति पर भी विचार रखा,उन्होंने कहा कि यह फ़साने के लिए रचा गया षड्यंत्र है जिसमें लोग फंस गए, इसकी जांच अब सीधे कोई जांच एजेंसी से हो जानी चाहिए थी,जिसे अब किया जाए. आजसू पार्टी आपके साथ है.
प्रतिनिधिमंडल में अंजुमन इस्लामिया रांची के अध्यक्ष हाज़ी मोख्तार अहमद,महासचिव डॉ तारिक हुसैन,आजसू के मोहसिन खान,जमीतुल राईन रांची के अध्यक्ष हाज़ी फ़िरोज़, जमीतुल गद्दी पंचायत के अध्यक्ष मेराज गद्दी,सामाजिक कार्यकर्ता नदीम खान,अंजुमन के मो शाहिद टुकलु,मो नजीब,मो वसीम,मोहर्रम कमेटी के ख़लीफ़ा इमरान खान सन्नी,झारखंड मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मो शाहिद अय्यूबी, सामाजिक कार्यकर्ता इम्तियाज सोनू,मो फारूक,शादाब राजा खान सल्लू,फ़ैयाज़ गद्दी,आसिफ खान,मोदस्सिर इमाम शामिल थे.