रांची। मानवता अब धीरे-धीरे समाज के बीच से काम होता दिख रहा है । ऐसा इसलिए कह रहा हूं कि मैंने आज ऐसा होते देखा। घटना है लोअर बाजार थाना क्षेत्र के कांटा टोली कुरैशी मुहल्ला की। यहां एक असहय , कमजोर , बीमार व्यक्ति ठंड से ठिठुर रहा था , शाम होने के साथ साथ ठंड भी बढ़ रहा था। उसके शरीर पर एक पतला सा चादर था और वे ठंड से कांप रहा था और ठंड से बचने के लिए अपना सिर को अपने दोनों टांगों के घुटनों के बीच झुकाए सुबह से बैठा हुआ था। लेकिन सुबह से लेकर शाम तक इस मुहल्ले के किसी व्यक्ति ने मानवता नहीं दिखाई। उस बीमार को न रास्ते से हटाकर किसी सुरक्षित जगह पर बैठाया,न ही उसे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े दिए न ही अलाव जलाकर उसके शरीर को गर्म करने की कोशिश की। जबकि शुक्रवार का दिन था इसी रास्ते से सैकड़ों लोग नमाज पढ़ने के बाद गुजरे । लेकिन संभवतः किसी ने मानवता दिखाई हो। यदि दिखाई होती तो उस बीमार व्यक्ति उसी सड़क पर सुबह से शाम तक पड़ा नहीं होता। जैसे इसकी जानकारी समाजसेवी परवेज कुरैशी को शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई घर से कंबल लाकर उसे ओढ़ाया और इसकी जानकारी लोअर बाजार थाना प्रभारी को दी,इसके बाद सिटी एसपी राजकुमार मेहता को भी जानकारी दिए तो सिटी राजकुमार ने तुरंत लोअर बाजार अंतर्गत टीओपी प्रभारी आकाश भारद्वाज को घटनास्थल पर भेजें टीओपी प्रभारी पीसीआर वैन के साथ घटना स्तर पर पहुंचे उस व्यक्ति से नाम पता पूछा लेकिन वे ठीक से बोल पाने में असमर्थ था । हालांकि वह अपना नाम जाकिर बता रहा था और उसके बोलचाल से बिहार के आसपास के रहने वाला लग रहा था। पुलिस ने उस व्यक्ति को मुहल्ले के युवकों की मदद से पीसीआर वैन में बैठकर रिम्स में बेहतर उपचार के लिए भेज दिया ।