पटना : बिहार की राजनीति में आज तख्तापलट का दिन है। नीतीश कुमार के एक बार फिर एनडीए की ओर रूख करने के बाद लालू यादव और तेजस्वी यादव ने भी अपनी सियासी चाल तय कर ली है। लालू यादव ने अपने सभी विधायकों को पटना बुला दिया है, दोपहर एक बजे से आरजेडी विधायक दल की बैठक होगी। उस बैठक में लालू यादव कोई बड़ा फैसला ले सकते है। इस बैठक में विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी भी मौजूद होंगे। सरकार के तख्तापलट के बीच तेजस्वी यादव ने भी हुंकार भर दी है। तेजस्वी ने कहा है कि आसानी से नहीं होने देंगे तख्तापलट, इतनी आसानी से दोबार ताजपोशी नहीं होने देंगे। माना जा रहा है कि आरजेडी मुख्यमंत्री पद के लिए किसी दलित का नाम आगे करके बड़ा दावं खेल सकती है।शुक्रवार को पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्धीकी ने इसको लेकर संकेत भी दे दिये थे, जिसमें उन्होने कहा था कि सरकार बनाने का ऑफर मिलेगा तो लीड लेंगे, जो ऐतिहासिक पुरूष है वो इतिहास रचेंगे। इस बार लालू-तेजस्वी भी नीतीश से आर पार के मूड में है और उनके तख्तापलट का आसानी से होने देना नहीं चाहते।
वही दूसरी ओर जेडीयू ने भी अपने विधायकों को पटना बुला लिया है, इस बैठक में एक बार फिर एनडीए में जाने पर मुहर लगेगी। शाम 4 बजे बीजेपी विधायक और सांसदों की बैठक हो रही है जिसमें नीतीश के साथ एक बार फिर सरकार बनाने को लेकर फैसला लिया जाएगा। 2020 में फॉर्मूले के आधार पर इस बार भी बीजेपी की ओर से दो डिप्टी सीएम होंगे। सुशील मोदी एक बार फिर नीतीश कुमार के साथ सरकार में होंगे और उपमुख्यमंत्री होंगे। वही दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में दलित चेहरे के अनुसार रेणू देवी का नाम आ सकता है।