बुंडू, रांची 2 दिसंबर, 2025 । आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) द्वारा पांच परगना किसान कॉलेज में स्कॉलरशिप और मैट्रिक–इंटर परीक्षा शुल्क में बढ़ोतरी के खिलाफ 5 दिसंबर, 2025 को होने वाली विधानसभा मार्च में अधिक प्रभावित छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के उद्देश्य से व्यापक संपर्क अभियान चलाया गया।
अभियान के दौरान छात्रों को बताया गया कि स्कॉलरशिप नहीं मिलने के कारण उन्हें किन–किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उदाहरण स्वरूप पढ़ाई बीच में छोड़ने के लिए मजबूर होना, जिससे झारखंड के उच्चतम शिक्षा में ड्राॅपआउट रेट तेजी से बढ़ रहा है। कर्ज़ लेकर पढ़ाई जारी रखना। स्काॅलरशिप लेने के क्रम में आने वाले तकनीकी समस्याओं के चलते ऑफिस का चक्कर लगाने पड़ना। इन सभी समस्याओं का सबसे अधिक असर आदिवासी, दलित एवं पिछड़े तबके के छात्रों, विशेषकर छात्राएं पर होता है। आज सामान्य कोर्स के साथ–साथ सेल्फ–फाइनेंस कोर्स, वोकेशनल, इंजीनियरिंग तथा मेडिकल क्षेत्रों में पढ़ने वाले छात्र कहीं अधिक प्रभावित हैं। लाखों की फीस भरना मुश्किल हो गया है, जिसके कारण कई छात्र पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं। स्कॉलरशिप बंद होने से ड्रॉपआउट रेट लगातार बढ़ रहा है। कई छात्र कर्ज़ लेकर फीस भरने को विवश हैं और पढ़ाई पूरी कर चुके छात्रों को भी कर्ज़ चुकाने के लिए अपनी जमीन या अन्य सामान बेचना पड़ रहा है।
दूसरी तरफ मैट्रिक–इंटर परीक्षा शुल्क में 25% की बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके अलावा फॉर्म भरने के लिए पैन कार्ड अनिवार्य कर दिया गया है, जिससे छात्र अपनी पढ़ाई छोड़कर दस्तावेज़ तैयार करने में समय बर्बाद कर रहे हैं।
विधानसभा मार्च के लिए संपर्क अभियान के दौरान उपर्युक्त सभी मुद्दों को प्रमुखता से रखा गया और छात्रों की समस्याओं को भी विस्तार से नोट किया गया। मौके पर रांची जिला सचिव संजना मेहता, अध्यक्ष विजय कुमार, सह सचिव रेशमी मुंडा, डीएपीएमयू सचिव अनुराग रॉय, संजय मुंडा, निखिल राज, पूजा कुमारी, जानकी कुमारी, कल्पना मुंडा और आंचल समेत अन्य आइसा एक्टिविस्ट उपस्थित रहे।
