रांची :राजधानी रांची के डोरंडा स्थित शौर्य भवन में रविवार को दो दिवसीय द हिमालयन कॉन्कलेव का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में देश-विदेश से हिमालयन को आमंत्रित किया गया था। इसमें 25 हिमालयन को मंच पर आयोजकों के द्वारा सम्मानित किया गया। इस कॉन्कलेव का आयोजन आई-3 फ़ाउंडेशन के द्वारा किया गया ।
वहीं प्रेसवार्ता में फ़ाउंडेशन के राजीव गुप्ता ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि पर्वतरोही केवल साहसी नहीं होते हैं, वनों,पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रभावशाली प्रवक्ता भी होते हैं। हिमालय की कठिन परिस्थितियों में उनके संघर्ष की कहानियां लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और जिम्मेवारी को बढ़ाता है। साथ ही इको टूरिज़्म की ओर भी प्रेरित करती है।
मंच पर कई पर्वतरोही ने पत्रकारों से भी बातचीत की, इस क्रम में जमलिंग तेनजिंग नोर्ग,पद्मश्री प्रेमलता अग्रवाल,कर्नल पी ओमीनर,कर्नल पी चौहान ने कहा कि इतने सारे पर्वतरोही एक साथ मंच पर यह एक अपने आप में अनूठा पहल है। आज हम बात करते हैं नेचर और एडवेंचर की। दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और गहरा रिश्ता है। हमें प्रकृति का सम्मान करना चाहिए। प्रकृति की रक्षा करना हम सभी की जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा कि बच्चों को स्कूलों में भी इस तरह की अनिवार्य शिक्षा देने की जरूरत है।
वहीं कार्यक्रम में आई-3 और मल्ला टेक्स प्र. लि. काठमांडू के बीच एमओयू हुआ। इस एमओयू के माध्यम से झारखंड और भारत के साहसिक खेल प्रेमियों को नेपाल के विभिन्न पर्वतरोण मे भाग लेने का मौका मिलेगा। इसके अलावा दूसरा एमओयू आई-3 और जमलिंग तेनजिंग नोर्ग के बीच हुआ।
दो दिवसीय कार्यक्रम में रविवार को आईएमएफ फिल्म फेस्टिवल का आयोजन ककिया गया। जिसमें भारतीय हिमालय पर आधारित पर्वतरोहण और पर्यावरण पर आधारित फिल्मों को दिखाया गया। वहीं चार अगस्त को पर्वतरोही अपने अनुभवों को शेयर करेंगे। इसके अलावा जलवायु कार्रवाई,खेल एवं महिला साहसिक अभियानों में भागीदारी,साइबर सुरक्षा जागरूकता,फिटनेस ,सुरक्षा और लचीलापन,भारतीय हिमालय में अन्वेषण पर पैनल चर्चा किया गया।
