रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने गुरुवार को राजभवन में प्रशिक्षु काराधीक्षकों, प्रोबेशन ऑफिसर्स एवं सहायक लोक अभियजकों से संवाद करते हुए कहा कि समाज को आपसे अत्यंत अपेक्षाएँ हैं। उम्मीद है कि आप समर्पित होकर अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करेंगे। आपने जिस राह का चयन किया है, इस राह पर चलकर आपको एक अच्छे समाज की रचना में अपना सक्रिय योगदान देना है एवं समाज की बेहतरी के लिए लगातार काम करना है। जैसे-जैसे समाज में विकास कार्य आगे बढ़ता है, वैसे-वैसे लोगों की अपेक्षाएँ भी बढ़ती है। सफलता की परिभाषा यह नहीं है की आप अपनी भौतिक आवश्यकताओं को कितना पूरा करते हैं, बल्कि उसकी परिभाषा यह है कि आप समाज के प्रति अपना कितना योगदान देते हैं। राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि निःस्वार्थ, समर्पित एवं निष्पक्ष होकर कार्य करने से जो खुशी आपको मिलेगी, वह खुशी अधिक से अधिक धनार्जन करके नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी सभ्यता एवं संस्कृति में निष्काम भाव से कर्म करने का संदेश दिया गया है। बिना भेदभाव के प्रत्येक जाति, धर्म एवं भाषा के लोगों के साथ एक समान व्यवहार करने से आपको आंतरिक खुशी होगी। जानबूझकर की गई गलती एक बहुत बड़ा अपराध है। राज्यपाल ने कहा कि जीवन में हमें लगातार सीखने का प्रयत्न करते रहना चाहिए। चुनौतियों व असफलता से घबराना नहीं चाहिए, उत्साहपूर्वक निरंतर सही राह में आगे बढ़ते रहना चाहिए। हमारे दूरदर्शी प्रधानमंत्री की लोकप्रियता आज सम्पूर्ण विश्व में है। चंद्रयान-2 की असफलता पर उन्होंने वैज्ञानिकों को ढाढ़स देते हुये कहा था कि चिंता न करें और आगे बढ़े। वैज्ञानिकों के अथक परिश्रम एवं माननीय प्रधानमंत्री के उत्साहवर्धन से आज चंद्रयान-3 मिशन सफल हुआ और अन्तरिक्ष के क्षेत्र में हमारे देश ने नया कीर्तिमान स्थापित किया। राज्यपाल ने प्रशिक्षु अधिकारियों को शुभकामनायें देते हुए कहा कि आपका योगदान व समर्पण कई लोगों के जीवन को नई दिशा देने एवं आत्मनिर्भर समाज बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकता है। उक्त अवसर पर निदेशक, श्रीकृष्ण लोक प्रशासन संस्थान मुकेश कुमार, संयुक्त निदेशक मीणा, संयुक्त निदेशक अनिल कुमार एवं लोक अभियोजक, गृह विभाग केके मिश्रा उपस्थित थे।