रांची: बिहार और झारखंड में हृदय रोग के उपचार में एक उपलब्धि दर्ज कराते हुए भगवान महावीर मेडिकल सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रांची मणिपाल हॉस्पिटल ग्रुप का हिस्सा ने क्षेत्र में पहली आर्टिफिशियल हार्ट भीम का सफलता पूर्वक अंजाम दिया। झारखंड के मांडू की 70 वर्षीय महिला राम कुमारी देवी की जान बचाई गई जो गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। इस संबंध में प्रेस कॉन्फ्रेंस में डॉक्टर धनंजय कुमार, दीपक कुमार डॉक्टर रोहित कुमार डॉक्टर सुनील कुमार और डॉ विजय कुमार मिश्रा ने कहा कि राम कुमारी देवी को गंभीर हृदयघात के लक्षणों के साथ अस्पताल लाया गया उनका रक्तचाप बहुत ज्यादा गिर गया था। डॉ धनंजय ने तुरंत उनकी इमरजेंसी एंजियोग्राफी शुरू की जिसमें तीन प्रमुख कोरोनरी धमनियों में गंभीर ब्लॉकेज का पता चला है । इलाज के बाद भी मरीज की स्थिति स्थिर नहीं हो सकी। गंभीरता को देखते हुए डॉक्टर धनंजय और उनकी टीम ने डिवाइस एम्पला सीपी आर्टिफिशियल हार्ट का उपयोग किया अगले दिन मरीज की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ और इंपेला डिवाइस निकाल दिया गया पांचवें दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉ धनंजय ने इंमपेला डिवाइस हृदय रोगों के इलाज के लिए क्रांतिकारी समाधान है खासकर उन हालातो में जहां मरीज की जान खतरे में रहती है। इस मौके पर राम कुमारी देवी के बेटे जो टोरंटो में रहते हैं ने कहा हम अपनी मां की जान बचाने के लिए मेडिका रांची के डॉक्टर और स्टाफ के आभारी है। मौके पर बोलते हुए मेडिकल अस्पताल के डायरेक्टर डॉक्टर विजय कुमार मिश्रा ने कहा यह पूर्वी भारत का पांचवा और बिहार झारखंड का पहला इंपैला केस हैं।