रांची । राजधानी के कर्बला चौक स्थित हॉपवेल हास्पिटल में दो महिलाओं के गर्भाशय की गांठ (ट्यूमर) की लैप्रोस्कोपिक विधि से सफल सर्जरी की गयी। इस बीमारी की ओपेन सर्जरी रांची के अन्य अस्पतालों में तो आसानी से होती है, लेकिन लैप्रोस्कोपिक विधि से पहली बार हॉपवेल हास्पिटल की महिला चिकित्सक डा.नेहा अली की टीम ने की। उक्त जानकारी गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में अस्पताल के प्रबंधक डा. शहबाज आलम ने दी।
डा.आलम ने बताया कि अस्पताल में लैप्रोस्कोपिक विधि से जमशेदपुर की एक महिला चिकित्सक एवं कांटा टोली की एक लड़की की सर्जरी की गयी। दोनो सर्जरी सफल रही। उन्होंने बताया कि बच्चेदानी में ट्यूमर हो जाने के कारण कोई भी महिला मां नहीं बन सकती थी। ऐसी महिलाओं का इलाज आसानी से इस अस्पताल में किया जा रहा है।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए डा.नेहा अली ने कहा कि लैप्रोस्कोपिक विधि से यूटेरस की सर्जरी करने के दोनों महिलाओं की बच्चेदानी बच गयी, जिससे वे आसानी से मां बन सकती हैं। उन्होंने बताया कि अकसर देखा जाता है कि जानकारी के अभाव में रांची के अन्य चिकित्सक इस तरह के मरीजों को महानगरों के अस्पतालों में रेफर कर देते हैं,जबकि हॉपवेल हास्पिटल में कम खर्च में इसकी चिकित्सा उपलब्ध है।