रांची स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के निदेशक किरण कुमार पासी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पूर्व क्षेत्र पूर्व भारतीय वायुसेना प्रमुख सुब्रतो मुखर्जी की प्रेरणा से वर्ष 1960 से सुब्रतो मुखर्जी कप फुटबॉल प्रतियोगिता प्रारंभ हुआ था। सुब्रतो मुखर्जी फुटबॉल प्रतियोगिता ग्रामीण कप जिलाड़ियों को अपनी फुटबॉल खेल प्रतिभा का प्रदर्शन बड़े के मंच युवा पर करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है। इस प्रतियोगिता के माध्यम से 17 वर्ष से कम आयु के बच्चे प्रखण्ड स्तर से होकर जिला, प्रमण्डल, राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा के के माध्यम से पहचान बनाते है। सुब्रतो कप प्रतियोगिता में भारत साथ यूक्रेन, अफगानिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, ब्राजील, श्रीलंका, उज्बेकिस्तान एवं भूटान के खिलाड़ी भाग लेते है। इस प्रकार बच्चों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलने का भी मौका मिलता है।
उक्त के आलोक में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग अन्तर्गत झारखण्ड शिक्षा परियोजना परिषद् द्वारा पहली बार प्री-सुब्रतो कप फुटबॉल प्रतियोगिता- 2023-24 (अन्डर-14 बालक वर्ग, अन्डर- 17 बालक/ बालिका वर्ग) का आयोजन प्रखण्ड, जिला, प्रमण्डल एवं राज्य स्तर पर किया जा रहा है।राज्य के लगभग 5000 से अधिक सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों ने प्रखण्ड स्तर पर प्री-सुब्रतो कप फुटबॉल प्रतियोगिता में भाग लिया। जिला स्तर पर प्रखण्ड स्तरीय विजेता 804 सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों ने भाग लिया। 72 जिला स्तरीय विजेता टीम प्रमण्डल स्तरीय प्रतियोगिता में भाग ले रही है।
राज्य स्तरीय प्री-सुब्रतो कप (अन्डर-14 बालक वर्ग, अन्डर- फुटबॉल प्रतियोगिता 17 बालक/ आयोजन दिनांक 07 से 09 अगस्त 2023 2023-24 बालिका वर्ग) का तक बिरसा मुण्डा एथलेटिक्स स्टेडियम, खेलगाँव, राँची में किया जा रहा है। प्रमण्डल स्तरीय प्रतियोगिता की विजेता टीम, खेल विभाग, झारखण्ड 15 द्वारा संचालित आवासीय फुटबॉल प्रशिक्षण केन्द्र की 12 टीम, झारखण्ड स्टेट स्पोर्ट्स प्रोमोशन सोसाईटी (जेएसपीएस) की 02 टीम तथा युवा हाई स्कूल, हुटुप, इरबा, ओरमांझी, राँची की 01 टीम राज्य स्तरीय प्री-सुब्रतो कप फुटबॉल प्रतियोगिता 2023-24 में भाग लेगी । उन्होंने कहा कि 80 स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में वर्ल्ड क्लास खेलों की सुविधा उपलब्ध कराई गई है । आने वाले वक्त में और 400 स्कूलों में खेलों के उपकरण और सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी की प्रतियोगिता कराने का मकसद है कि झारखंड के बच्चों में खेल का माहौल बने। झारखंड में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है और उन्हें सही प्लेटफार्म देना ही हमारा मकसद है।