सरला बिरला पब्लिक स्कूल, रांची में विजय दिवस के अवसर पर विद्यालय परिसर में एक विशेष प्रातः कालीन प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। यह सभा गहन देशभक्ति, सम्मान और राष्ट्रीय गौरव की भावना के साथ संपन्न हुई। विजय दिवस प्रत्येक वर्ष 16 दिसंबर को 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय की स्मृति में मनाया जाता है। यह दिवस भारतीय सशस्त्र बलों के साहस, बलिदान और सर्वोच्च समर्पण को नमन करने का प्रतीक है।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना एवं एंकरिंग से हुआ, जिसके पश्चात विद्यालय क्वायर ग्रुप द्वारा भावपूर्ण प्रार्थना प्रस्तुत की गई। इसके बाद प्रतिज्ञा, आज का सुविचार तथा समाचार वाचन हुआ, जिससे विद्यार्थियों को विजय दिवस के महत्व और वर्तमान समय में उसकी प्रासंगिकता की जानकारी मिली।
सभा का एक विशेष आकर्षण कक्षा सप्तम की छात्रा रिद्धि द्वारा विजय दिवस पर प्रस्तुत की गई भावनात्मक कविता रही, जिसने सभी को भावविभोर कर दिया और भारतीय सैनिकों के शौर्य को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात विद्यालय की शिक्षिका अनुजा कुमारी ने एक प्रेरणादायक भाषण दिया, जिसमें उन्होंने साहस, अनुशासन और राष्ट्रीय दायित्व जैसे मूल्यों पर प्रकाश डाला।
विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मनीषा शर्मा ने कहा कि विजय दिवस केवल एक ऐतिहासिक घटना नहीं है, बल्कि यह स्वतंत्रता की कीमत और भारतीय सशस्त्र बलों की अटूट भावना का स्मरण कराता है। उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर 1971 की विजय राष्ट्रीय एकता, कुशल नेतृत्व और निस्वार्थ सेवा की शक्ति को दर्शाती है। साथ ही, उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में देशभक्ति, शांति और ईमानदारी के मूल्यों को अपनाएँ।
प्रार्थना सभा का समापन विद्यालय गीत और राष्ट्रगान के साथ देशभक्ति के वातावरण में किया गया। अवसर को और अधिक अर्थपूर्ण बनाने के लिए विजय दिवस के महत्व को दर्शाने वाले पोस्टर लगाए गए, “भारत माता की जय” के उत्साहपूर्ण नारों से वातावरण गूंज उठा तथा कक्षा सप्तम के छात्र जश्न सुखीजा द्वारा विजय दिवस से संबंधित प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। प्रश्नोत्तरी में विद्यार्थियों के शोध कार्य, जागरूकता और उत्साहपूर्ण सहभागिता की सराहना की गई।
यह विशेष प्रार्थना सभा भारत के वीर सैनिकों को समर्पित एक सशक्त श्रद्धांजलि सिद्ध हुई और विद्यार्थियों के मन में कृतज्ञता, सम्मान एवं राष्ट्रीय गौरव की भावना को और अधिक सुदृढ़ करने में सफल रही।
