झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन पर गिरफ्तार की तलवार लटक रही है. इस बीच मंगलवार को उन्होंने एक के बाद एक दो बैठक की. पहली बैठक में उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी शामिल हुईं. इसके बाद विधायक दल की बैठक बुलाई गई. इस बैठक में 43 विधायक मौजूद रहे. चार विधायक गैरमौजूद रहे. इसमें सीता सोरेन, रामदास सोरेन, चमरा लिंडा और लोबिन हेंब्रम का नाम शामिल हैं. ये चारों विधायक जेएमएम के ही हैं. सूत्रों के मुताबिक, मीटिंग में प्लान बी पर चर्चा हुई। अगर सीएम को ईडी गिरफ्तार करती है तो इस स्थिति में सरकार का क्या होगा, इस पर बातचीत हुई. विधायक दल की बैठक दो घंटे चली. सीएम सोरेन से ईडी बुधवार दोपहर एक बजे सीएम दफ्तर में पूछताछ करेगी. बैठक से निकलने के बाद विधायकों ने कहा कि हेमंत सोरेन को महागठबंधन के सभी विधायकों ने इस बात आश्वासन दिया कि उन्हें पूरे 5 साल के लिये मुख्यमंत्री चुना है तो, आख़िर तक वही रहेंगे. कल भी सभी विधायक सीएम आवास पर पंहुचेंगे. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, “हम सब सरकार के साथ हैं. हेमंत सोरेन ED की पूछताछ में रहेंगे, उन्होंने ख़ुद कहा है. सरकार नहीं गिरेगी. अरेस्ट जैसा कुछ हुआ तो देखेंगे।
पूरी मज़बूती के साथ सरकार के साथ खड़े हैं. जब प्लान A होगा, तब न प्लान B होगा. अभी कल्पना सोरेन पर कोई बात नहीं हुई है. जब ज़रूरत पड़ेगी, जब जिसे बनाना होगा, सीएम बनायेंगे.” ये कयास लगाए जा रहे हैं कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को सीएम बनाया जा सकता है. लेकिन इसपर सोरेन परिवार में ही सहमति नहीं है. सूत्रों की मानें तो सीता सोरेन और बसंत सोरेन, कल्पना सोरेन के नाम पर सहमत नहीं है. सीता सोरेन जेएमएम की विधायक हैं और वो हेमंत सोरेन के दिवंगत बड़े भाई दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. वहीं बसंत सोरेन सीएम सोरेन के छोटे भाई हैं।