राँची : ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल, रांची के सभागार में विद्यालय स्तरीय चिन्मय गीता मिशन (चतुर्थ अध्याय) गायन प्रतियोगिता का आयोजन विद्यालय के विद्यार्थियों के बीच ग्रुप सी एवं ग्रुप डी के बच्चों के द्वारा किया गया। इस प्रतियोगिता का शुभारंभ गीता के महत्वपूर्ण श्लोकों के वाचन के द्वारा किया गया। इस प्रतियोगिता में विद्यालय की कक्षा षष्ठी, सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी के बच्चों ने भाग लिया। इन बच्चों के द्वारा पूर्व के कई दिनों से इसकी तैयारी की जा रही थी। इन बच्चों का गायन कौशल देखते बन रहा था। सभी को गीता श्लोकों के वाचन के दौरान उनकी स्मृति, उच्चारण, लय प्रस्तुति इत्यादि कौशल अत्यंत सराहनीय थे। इस प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को उनके गायन के दौरान स्मृति, उच्चारण, लय, प्रस्तुति आदि के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्रदान किए गए। जिसमें ग्रुप सी में सौमिक चटर्जी पी श्रीराम, अंशिका चौरसिया, सौम्या जायसवाल एवं ग्रुप डी में प्रतीक्षा जयसवाल, प्रयुक्ता दास, सूरज कुमार, सलोनी सिंह, अनुज राय आदि प्रथम स्थान प्राप्त किए। इस अवसर पर विद्यालय की एकेडमिक डायरेक्टर डॉ. सिमी मेहता ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते।हुए कहा कि संस्कृत हमारी प्राचीन भाषा है और सभी भाषाओं की जननी भी हैं। सभी विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर गौता श्लोक प्रतियोगिता में हिस्सा लेना चाहिए एवं अपने प्रतिभाओं को उजागर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि संस्कृत हमें सुसंस्कृत करता है और भारत देश में संस्कृत भाषा का एक विशेष महत्व है। हमारे ऋषि मुनियों ने संस्कृत को प्रमुखता से महत्व दिया है। वेदों, उपनिषदों, पुराण, महाभारत, रामायण इत्यादि महत्त्वपूर्ण ग्रंथों की रचना संस्कृत में ही हुए हैं। उन्होंने कहा कि यदि कोई भी व्यक्ति संस्कृत को अपने जीवन का आधार बना ले तो वह सचमुच में वर्तमान समय में भी अपने जीवन में एक विशेष ऊंचाई को हासिल कर सकता है। एकेडमिक कोऑर्डिनेटर रवि शेखर ने संस्कृत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत हमारे
देश में प्राचीन समय से बोली, समझी एवं लिखी जाती है। वर्तमान समय में भी संस्कृत भाषा को विशेष महत्व देने की आवश्यकता है। मंच संचालन का कार्य संस्कृत शिक्षक श्री मणि भूषण शर्मा ने किया एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री बी. के. प्रजापति ने किया। इस अवसर पर संस्कृत शिक्षक अभय चौधरी के साथ साथ समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित था।