सरला बिरला पब्लिक स्कूल, राँची ने 79वाँ स्वतंत्रता दिवस बड़े गर्व और देशभक्ति की भावना के साथ मनाया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या श्रीमती मनीषा शर्मा द्वारा राष्ट्रीय ध्वज के आरोहण से हुआ। इस कार्यक्रम में माननीय राज्यसभा सांसद एवं भाजपा झारखंड के महामंत्री डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा, सरला बिरला विश्वविद्यालय, राँची के निदेशक-जनरल प्रो. (डॉ.) गोपाल पाठक, कुलपति प्रो. (डॉ) जगनाथन चोकलिंगम तथा अन्य गणमान्य अतिथियों की गरीमामयी उपस्थिति रही। इसके पश्चात राष्ट्रीय गान का भावपूर्ण गायन हुआ।
एन.सी.सी. के नेतृत्व में चारों सदनों के विद्यार्थियों ने विद्यालय बैंड की ताल पर मार्च-पास्ट प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसने भारत के महान नेताओं के बलिदान को नमन किया। छात्रों ने ओड़िया, बांग्ला और गुजराती जैसी विभिन्न भारतीय भाषाओं में उत्साहपूर्ण प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें ‘एई देशो एई माटी’ का भावपूर्ण प्रस्तुतिकरण भी शामिल था, जिसने दर्शकों को भावुक कर दिया और उनके दिलों को छू लिया। इन प्रस्तुतियों से वातावरण में गर्व और एकता की भावना प्रबल हो गई। कार्यक्रम का समापन राष्ट्र भक्ति की गहरी अनुभूति और देशसेवा के सामूहिक संकल्प के साथ हुआ।
माननीय सांसद डॉ. प्रदीप कुमार वर्मा ने सभी को इस अवसर की बधाई दी और विद्यार्थियों को स्वतंत्रता प्राप्ति में महान नेताओं के योगदान की याद दिलाई। उन्होंने विद्यार्थियों में राष्ट्रवाद की भावना जगाते हुए ‘विकसित भारत’ के उस लक्ष्य का स्मरण कराया, जिसे देश वर्ष 2047 तक प्राप्त करने की आकांक्षा रखता है। उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास में कई ऐसे क्षण आए हैं जब इस महान राष्ट्र के अस्तित्व को चुनौती मिली। ऐसा ही एक क्षण था ‘ऑपरेशन सिंदूर’-जो भारत की सैन्य प्रतिभा और अदम्य इच्छाशक्ति का प्रमाण है। हमारे वीर सैनिकों ने अतुलनीय साहस के साथ खतरे की घड़ी को शांति और सुरक्षा की विजय में बदल दिया। यह केवल सीमाओं पर लड़ी गई लड़ाई नहीं थी, बल्कि राष्ट्र की आत्मा के लिए लड़ी गई लड़ाई थी। भारतीय सैनिकों ने राष्ट्र की रक्षा के अपने संकल्प पर अडिग रहते हुए विजय हासिल की।
