रांची: अलिफ हज उमराह ट्रैवल्स रांची जो झारखंड और बिहार का सबसे बड़ा ट्रैवल एजेंसी है। पिछले कई सालों से झारखंड , बिहार और बंगाल के जायरीन लेकर हज और उमराह पर जा रही है। इस ट्रैवल एजेंसी से रांची बिरसा मुंडा हवाई अड्डा पर 50 जायरीन उमराह कर बिरसा मुंडा एयरपोर्ट वापस हुए।अलिफ हज उमरा एंड ट्रेवल्स के निदेशक सादिक खान मून ने कहा कि हमारे यहां जितने भी जायरीन उमराह पर जाते हैं सभी जायरीन को सारी सुविधाएं दी जाती है ।इसके अलावा सभी जायरीन का इंश्योरेंस भी कराया जाता है । उन्होंने कहा कि सभी जायरीनो को 50 मुकाम की जियरात कराई जाएगी।अलिफ हज उमराह ट्रैवल्स के रहबर जो पूरे जत्था के साथ मौजूद रहते हैं उन्होंने उनकी खिदमत करते है । इसके अलावा सभी जायरीन ने तीन मिकात के साथ उमराह करवाए जाते हैं।अलिफ हज उमराह ट्रैवल का 50 लोगों का जत्था उमराह कर झारखण्ड की राजधानी रांची एयरपोर्ट मुस्कुराते हुवे पहुंचा, आंखो में खुशी के आंसू लिए , जायरीन अलिफ हज उमराह ट्रैवल को सिर्फ दुआए दे रहें थे, मीडिया ने सवाल किया अलिफ की सर्विस कैसी थी , सभी ने जवाब दिया शादिक खान मून और शम्स तबरेज हर वक्त साए की तरह हमारे साथ रहते थे, अलिफ हज उमराह ट्रैवल ने जो भी वादा किया उससे बढ़ कर पूरा किया , वही पे मौजूद बुजुर्ग जिनकी उम्र करीबन 85 साल थी , आंखो में आंसू लिए सिर्फ दुआ दे रहें थे बोले खिदमत घर वालो से बढ़ कर किया गया , कहा 52 जगहों का जियारत कराया गया जिसका जिक्र कुरान और हदीस में है उस जगह का जियारत कराया गया जहां पर बच्चियों को जिंदा दफन कर दिया जाता था बूढी औरत का घर जो मोहम्मद पर कूड़ा फेंकती थी, अल्लाह के रसूल का बचपन का घर जन्नतुल माला कब्रिस्तान का जियारत मोहम्मद s जिस पहाड़ से चांद के दो टुकड़े कर दिए उस जगह का जियारत क्या मंजर था, ऐसा इसके अलावा खाने पीने की सारी सुविधा अगर कोई जायरीन बीमार पड़ जाएं तो हॉस्पिटल की सुविधा ये सिर्फ अलिफ हज उमराह ट्रैवल में ही संभव है