राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा का 9 अप्रैल को देश व्यापी जेल भगवान आंदोलन
हमें अपना इतिहास, संविधान और मुल्क को बचाना है : चांद मोहम्मद, राष्टीय प्रभारी, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा
रांची :राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा का झारखण्ड राज्य स्तरीय मिनी तरबियती कैम्प इरबा, सेन्टर मार्केट, रांची में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता प्रोफेसर जमशेद क़मर, पूर्व उर्दू विभाग अध्यक्ष रांची यूनिवर्सिटी रांची, मार्ग दर्शक वामन मेश्राम , प्रशिक्षक चाँद मोहम्मद,राष्ट्रीय प्रभारी- राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, नई दिल्ली, अधिवक्ता विजय प्रताप भारती, प्रदेश प्रभारी, बामसेफ और मोहम्मद माजिद अन्सारी, कोकदरो, राँची ,इम्तेसाम अली, परपोती शेख भिखारी, राँची ,हाजी रूस्तम अली, इरबा, बामसेफ, झारखण्ड, सांभा हालत खान हाजी महबूद्दीन आलम, कार्यकारी अध्यक्ष ,राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा झारखंड, शाहिद रजा अंसारी सीसी कमेटी मेंबर मौजूद थे । मौके पर बोलते हुए चांद मोहम्मद राष्ट्रीय प्रभारी, राष्टीय मुस्लिम मोर्चा ने कहा कि यह यह तरबियती कैंप ईवीएम से चुनाव के विरोध में ,ओबीसी जातिगत आधारित जनगणना के समर्थन में, वक्फ बोर्ड अमेंडमेंट बिल के खिलाफ समेत आदिवासियों की पांचवी छठवीं अनुसूची को लागू करने के लिए और उनके जल, जंगल, जमीन की सुरक्षा के लिए आयोजित की गई। इसका बुनियादी मकसद मुसलमानों की समाजी और सियासी जडों को मजबूत करना, कौम के हक की लड़ाई लड़ने के लिए कौम के अन्दर समाजी बेदारी और फिक्र पैदा करना। सर जमीन-ए-भारत से कौम के बुजुर्गों की (गोल्डन इतिहास) और कुर्बानियों से कौम को वाकिफ करना। मज लूम बहुजनों (ओबीसी, एससी. एसटी) और मसावात को मानने वाले (बुद्धिस्ट, ईसाई, सिख, लिंगायत जैन) और मुसलमानों के बीच इत्तेहाद और भाईचारा कायम करना। खुद कफील (आत्म निर्भर) बावकार तंजीम, तहरीक और समाजी, सियासी, अकलियत, कयादत पैदा करना। जनसंख्या के अनुपात में शाासन-प्रशासन में भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जद्दोजहद करना। मुसलमानों पर सांप्रदायिकता के आधार पर हो रहे जुल्म को रोकने के के लिए कम्युनल वायलेन्स प्रीवेंशन एक्ट लागू करवाने की लड़ाई लड़ना। कौम के अन्दर समाजी, तारीखी और नजरियाती तरबियती और फिक्री कैडर तैयार करना।।