ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी की शिरकत
रांची: मजलिस ए उलेमा झारखंड के तत्वाधान में एक दिवसीय मजलिस का आयोजन मदरसा इस्लामिया सुरसा मुड़मा मिसाल में 14 नवंबर को होने जा रहा है। जिसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। आज उसकी तैयारी को लेकर अंजुमन मीडिया हाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मजलिस उलेमा झारखंड के अध्यक्ष मौलाना साबिर हुसैन मजाहिरी, उपाध्यक्ष मौलाना शरीफ अहसन मजहरी, महासचिव मुफ्ती ताल्हा नदवी ने संयुक्त रूप से कहा के मजलिस उलेमा ये उलेमा की एक तंजीम है। 1987 में इसकी बुनियाद पड़ी। जिसको सवर्गीय हजरत मौलाना अहमद अली कासमी ने कायम की। उनकी कोशिश थी उलेमा को जोड़ना और उलेमा के बीच एकजुटता पैदा करना। इसके लिए गांव-गांव तक जागरूकता अभियान चलाई गई। हर तंजीम में उतार-चढ़ाव होती है। फरवरी 2023 में नए लोग चुन करके आए और नए जोश व जज्बा के साथ काम हो रहा है। जिला कमेटी का गठन का सिलसिला जारी है। मजलिस ए उलेमा ने ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष हजरत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी को झारखंड रांची आने का आमंत्रण दिया। जिसे हजरत ने कबूल करते हुए 14 दिसंबर को रांची आने की मंजूरी दी। इस इजलास में पूरे झारखंड के उलेमा को जोड़ने की कोशिश की जा रही है। इस तंजीम का बुनियादी उद्देश है उलेमा को जोड़ना, एकजुटता पैदा करना और मैदान में उतरकर काम करना। मकातिब के निजाम को आगे बढ़ना। शिक्षा को लेकर समाज में जागरूकता लाना। इस्लाहे मुआशरा( समाज सुधार कार्यक्रम) का प्रोग्राम जगह-जगह करना है। इस इजलास में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष व महासचिव इस्लामिक फिक अकैडमी के हजरत मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी, हजरत मौलाना अलाउद्दीन नदवी उस्ताद तफसीर अदब दारुल उलूम नदवतुल उलेमा लखनऊ, हजरत मौलाना फरीदुद्दीन कासमी सैखुल हदीस दारुल उलूम वक्फ देवबंद, हजरत मौलाना मुफ्ती उमर आबिदीन मदनी नाजिम अल महदुल इस्लामी हैदराबाद, हजरत मौलाना मुफ्ती इम्तियाज कासमी इस्लामिक फिक अकैडमी तशरीफ ला रहे हैं। आज के प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौलाना साबिर हुसैन मजाहिरी, मौलाना शरीफ अहसन मजहरी, मुफ्ती तल्हा नदवी, कारी सोहेब अहमद, मौलाना अब्दुल जलील नदवी कासमी, मौलाना अबू दाऊद कासमी उपस्थित थे।