दीपांकर श्रीज्ञान का असमय चला जाना अपूरणीय क्षति : झासा
रांची। झारखंड प्रशासनिक सेवा के संयुक्त सचिव स्तर के पदाधिकारी श्री दीपांकर श्रीज्ञान का शनिवार को सुबह निधन हो गया है। वे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली में इलाजरत थे। शनिवार को ही दिल्ली के निगमबोध शमशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया ।
श्रीज्ञान के असामयिक निधन की खबर सुनते ही झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों के बीच पूरे दिन शोक का माहौल रहा। शनिवार अपराह्न में झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ (झासा) के कार्यालय पर सामूहिक शोक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें संघ के पदाधिकारियों सहित राज्य सेवा के कई पदाधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत पदाधिकारी की आत्मा की शांति के लिए सामूहिक प्रार्थना की गई।
बता दें कि बीपीएससी 41 वीं बैच के पदाधिकारी श्री दीपांकर श्रीज्ञान की छवि एक सरल, सहज, विनम्र, समर्पित, कर्तव्यनिष्ठ और ईमानदार पदाधिकारी के रूप में रही है।
वे बिहार और झारखंड के अलावा दिल्ली में भी प्रतिनियुक्त रहे हैं।
वे गाँधी स्मृति दर्शन समिति राजघाट, दिल्ली के निदेशक भी रहे हैं।
झारखंड प्रशासनिक सेवा संघ की अध्यक्ष श्रीमती रंजीता हेम्ब्रम ने कहा कि दीपांकर श्रीज्ञान का असमय चले जाना राज्य प्रशासनिक सेवा के लिए अपूर्णीय क्षति है।