एनबीसीसी का सीएसआर के तहत गिफ्टमिल्क कार्यक्रम की शुरुआत की

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रांची: एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड के सीएसआर के तहत रांची में गिफ्टमिल्क कार्यक्रम शुरू किया गया। गिफ्टमिल्क कार्यक्रम का उदघाटन राजकीय मध्य विद्यालय, बूटी, रांची, में सुधीर कुमार सिंह, प्रबंध निदेशक, झारखंड मिल्क फेडरेशन, विनय शंकर, डीजीएम, वित्त, एनबीसीसी, फर्डिनेंड सोरेंग, एनबीसीसी, विनोद कुमार तिवारी, राज्य समन्वयक, मध्याह्न भोजन, और अरबिंदो कुमारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, रांची की उपस्थिति में किया गया।
स्कूल जाने वाले बच्चों में कुपोषण को दूर करने के उद्देश्य से एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड ने अपने सीएसआर के तहत यह अनूठी पहल की शुरुयत की। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत रांची जिले के 08 स्कूलों में लगभग 3500 बच्चें लाभान्वित होंगे। कार्यक्रम के तहत, कवर किए गए बच्चों को स्कूल में प्रतिदिन विटामिन ए और डी से फोर्टीफाइड 200 मिली लीटर फ्लेवर्ड दूध मिलेगा। यह कार्यक्रम एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है। कार्यक्रम के तहत झारखंड मिल्क फेडरेशन प्रतिदिन स्कूलों में दूध की आपूर्ति करेगा। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई और इसके बाद बच्चों ने प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया। बच्चों ने झारखंड की संस्कृति पर प्रकाश डालते हुए नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया । स्कूल की प्रिंसिपल तारा तिग्गा ने अतिथियों का स्वागत किया और कार्यक्रम की सराहना की और सुनिश्चित किया कि यह कार्यक्रम कुपोषण के मुद्दे को संबोधित करने में काफी मदद करेगा। विनोद कुमार तिवारी, राज्य समन्वयक, मध्याह्न भोजन ने एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड और एनडीडीबी को एक ऐसी पहल शुरू करने के लिए बधाई दी जो बच्चों के स्वास्थ्य और कल्याण के लिए आवश्यक और महत्वपूर्ण है। अरबिंदो कुमारी, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने गिफ्टमिल्क कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड, एनडीडीबी फाउंडेशन फॉर न्यूट्रिशन और झारखंड मिल्क फेडरेशन को शुभकामनाएं दीं और आशा की कि यह कार्यक्रम रांची के सभी स्कूलों में भी शुरू किया जाए ।
झारखंड मिल्क फेडरेशन के प्रबंध निदेशक सुधीर कुमार ने प्रतिदिन दूध के सेवन के लाभों पर जोर दिया। झारखंड मिल्क फेडरेशन राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के साथ राज्य में डेयरी क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है। गिफ्टमिल्क कार्यक्रम से अप्रत्यक्ष रूप से झारखंड के दूध उत्पादक किसानों को भी लाभ हो रहा है। दूध गांवों में किसानों से खरीदा जा रहा है और जेएमएफ द्वारा प्रोसेस किया जा रहा है और सरकारी स्कूलों में छात्रों को वितरित किया जा रहा है। इसलिए इस परियोजना के माध्यम से एनबीसीसी (इंडिया) लिमिटेड न केवल बच्चों बल्कि राज्य के डेयरी किसानों के जीवन पर भी सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आपूर्ति किया गया दूध सर्वोत्तम गुणवत्ता वाला है। उन्होंने बच्चों से प्रतिदिन दूध पीने का आग्रह किया क्योंकि दूध प्रोटीन और आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर एक संपूर्ण आहार है जो बालावस्था के दौरान बच्चों के शारीरिक मानसिक विकास के लिए जरूरी होता है। इस परियोजना का छात्रों की उपस्थिति पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ा है। कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने गिफ्टमिल्क प्रोजेक्ट की सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन स्कूल की रेणु कुमारी ने किया और कार्यक्रम के लिए सभी हितधारकों को धन्यवाद दिया।

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