मैया सम्मान योजना सरकार द्वारा महिलाओं के हितों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि : दीपिका पाण्डेय सिंह

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नारी निष्ठा, नीति, निर्णय, नेतृत्व और प्रतिष्ठा की स्रोत है : डॉ आशा लकड़ा

परिश्रम के आधार पर परिस्थितियां अपने आप अनुकूल होने लगेगी : पद्मश्री चामी मुर्मू

राँची : राँची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना (एन एस एस )एवं इंटरनल कमिटी के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह आर यू के डी एस डब्ल्यू डॉ सुदेश कुमार साहू की अध्यक्षता में आर्यभट्ट सभागार में आयोजित की गई।कार्यक्रम का शुभारंभ गुब्बारे को आकाश में उड़ाकर किया गया तत्पश्चात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड सरकार की मंत्री दीपिका पाण्डेय सिंह, विशिष्ट अतिथि सदस्य, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग , भारत सरकार डॉ आशा लकड़ा, सम्मानित अतिथि श्रीमती निशा उरांव, डॉ पूनम कुमारी, पद्मश्री चामी मुर्मू, डॉ शशि बाला सिंह, डॉ रोज उरांव, गार्गी मलकानी, श्रेयसी मिश्रा, मधुमिता ने सामूहिक दीप प्रज्वलित कर समारोह की शुरूआत की गई।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि दीपिका पाण्डेय सिंह ने कहा कि झारखण्ड सरकार की महिलाओं के सम्मान के लिए शुरू किए गए मैया सम्मान योजना महिलाओं के आर्थिक उत्थान में मिल का पत्थर है।उन्होंने कहा कि आज के समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में अपने कार्यों और प्रतिभा से विशिष्ट पहचान स्थापित करने वाली महिलाओं के साथ मंच साझा करना मेरे लिए सुखद अनुभूति है। समारोह की विशिष्ट अतिथि डॉ आशा लकड़ा ने कहा नारी निष्ठा, नीति, निर्णय, नेतृत्व और प्रतिष्ठा की स्त्रोत ,पोषक और संरक्षक है।उन्होंने कहा कि नारी से भेदभाव का अर्थ उपरोक्त उत्कृष्ट मानवीय गुणों को हाशिएं पर रखने के समान है।सम्मानित अतिथि निशा उरांव ने कहा सामाजिक परिवर्तन में महिलाओं की भूमिका दिख रही है और इसके लिए और भी प्रयास किया जा रहा है।डॉ पूनम कुमारी ने कहा कि महिलाओं के उत्थान में परिवार प्रथम पाठशाला है एवं महिलाओं के उत्थान के लिए अभी बहुत कुछ करना है।
इस अवसर पर पद्मश्री चामी मुर्मू ने कहा कि परिश्रम के आधार पर परिस्थितियां अपने आप अनुकूल होती जाएगी एवं हमें किसी एक क्षेत्र का चयन कर महिलाओं को बढ़ाने में सहयोग करना चाहिए। समारोह को प्रसिद्ध लेखिका डॉ रोज उरांव, प्रसिद्ध नृत्यांगना गार्गी मलकानी, रिम्स की डीन एकेडमिक डॉ शशि बाला सिंह, वरिष्ठ पत्रकार श्रेयसी मिश्रा, अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज मधुमिता ने भी संबोधित किया। समारोह में उपस्थित विभिन्न क्षेत्रों की प्रमुख महिला हस्तियों को झारखण्डी पगड़ी, शाल, स्मृति चिन्ह, पौधा एवं देश के आजादी में भारतीय वीरांगनाओ की पुस्तक देकर सम्मानित किया गया.
कार्यक्रम का सफल संचालन एन एस एस के कार्यक्रम समान6 डॉ ब्रजेश कुमार ने किया और धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ भारती द्विवेदी ने किया. आज के कार्यक्रम में भाषण, निबंध, चित्रकला, स्लोगन एवं नुक्कड़ नाटक के विजेताओं को अतिथियों द्वारा स्मृति चिन्ह एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राँची महानगर के 25 से ज्यादा महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय विभागों के कुल 575 छात्र छात्राओं ने भाग लिया।

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