दिल्ली : नरेन्द्र मोदी की भाजपानित केंद्र सरकार जब से बनी है सभी सरकारी उपक्रमों को बेचने का काम कर रही है। भारतीय रेल, इण्डियन एअर लाइंस, हवाई अड्डे, बंदरगाहों जैसे अनेक केंद्र सरकार की उपक्रमों को अपने मित्रों अम्बानी, अड्डानी के हाथों बेच चुकी है। भाजपा नित केंद्र सरकार बनते ही एशिया की सबसे बड़ी भारी अभियंत्रण उद्योग कम्पनी (एचईसी) को भी बेचने की साजिश रची थी जिसे झामुमो के आन्दोलन ने उनके मनसूबे पर पानी फेर दिया था। बाजपेयी सरकार से लेकर नरेन्द्र मोदी की सरकार, सभी ने झारखण्ड को चारागाह के रूप में उपयोग करने का काम किया है। पुनः उपरोक्त साजिश रची जा रही है। भारत जैसे देश को चन्दयान के जरिए चन्द्रमा तक पहुंचने का गौरव प्राप्त हुआ हम भारतीयों के लिए गर्व की बात है। चन्द्रयान का लांचिंग पैड बनाने वाले एचईसी कर्मियों को विगत दो साल से तनख्वाह नहीं दिया जा रहा है। केंद्र सरकार के देश विरोधी, राज्य विरोधी, जन विरोधी रवैये से कम्पनी के सभी कार्यादेश निरस्त हो जा रहे हैं। यह सब जानबूझ कर किया जा रहा है ताकि कम्पनी घाटे में जाय और इसे अपने मित्रों अडडानी, अम्बानी को बेच सके। आज हम सभी जगहों पर गुहार लगाने के बाद सीधा केंद्र सरकार के पास आए हैं, यदि केंद्र सरकार अविलम्ब हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तो हम कड़े कदम उठाने पर विवश हो जाऐंगे। केंद्र सरकार की बुरी मंसूबों को पूरा नहीं होने देंगे। अतः आज एचईसी को बचाने के लिए इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) गठबंधन द्वारा झामुमो जिलाध्यक्ष मुशताक आलम की अध्यक्षता में दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया गया।
धरना में ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी दलों के नेता झामुमो से राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय, आप के दिल्ली सांसद संजय सिंह, जदयु के राज्यसभा सांसद खीरू महतो, सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव अतुल अंजान, सीपीआई के झारखण्ड राजा सचिव महेंद्र पाठक, केरल के पूर्व राज्यसभा सांसद पी संतोष, कांग्रेस के खिजरी विधायक राजेश कच्छप, जिला सचिव डॉ हेमलाल कुमार मेहता हेमू, जिला उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, कलाम आजाद, जिला संयुक्त सचिव सुजीत उपाध्याय, संजय राय, परवेज आलम गुड्डू, नामकुम प्रखण्ड उपाध्यक्ष साहिल यादव, गोपाल पाण्डेय, राहुल वर्मा, जदयु के प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार, आरजेडी के जिलाध्यक्ष धर्मेंद्र महतो, कांग्रेस के अनवर अन्सारी, सुंदरी तिर्की, भंवर सिंह, प्रकाश, रामचन्द्रन साथ कई मजदूर यूनियन के लोग भी शामिल हुए।