कांके,मदरसा दारुल उलूम असरफिया पिरुटोला रांची झारखंड में दसवां अजीमुश शान दस्तार बंदी का प्रोग्राम 5 फरवरी 2025 को मुनक्किड हुआ
जिसमें बाहर के उलेमा एकराम तशरीफ़ फरमाए ! जिसमें खुश नसीब 13 हाफिजे कुरान हुए उन्हें पगड़ी पहनाकर सर्टिफिकेट से नवाजा गया। मेहमाने खुशीसी हज़रत मौलाना मुफ्ती अहमद नादिर अल कासमी डायरेक्टर इस्लामिक फीकाह अकैडमी दिल्ली इंडिया और बेंगलुरु से हजरत मौलाना जमील अहमद अल कासमी तशरीफ लाए थे। पटना इमारत सरिया से हजरत मौलाना अहमद मदनी साहब और नाथ खा में कारी अशफाक बह रांची उत्तर प्रदेश से तशरीफ लाए थे वक्ताओं ने तकरीर में कुरान के महत्व को विस्तार से बताया और उसे जीवन में उतरने की नसीहत दे कहा कि कुराने पाक में कहा गया है कि परिवार और समाज में हमेशा बड़ों का आदर करें हमें इंसानियत वह मोहब्बत का पैगाम देती है अपने रब की इबादत करने व माता-पिता का एहतराम करने के लिए सिखलाती है बताया कि मुसलमान अपने समाज से बुराई को दूर करें ।दस्तार बंदी हुफ्फाजेकराम का समापन 2 बजे किया गया जिसमें कई मौलाना एवं सैकड़ों लोग दुआ में शामिल हुए
मदरसा प्रबंधन और आयोजक नाजिम हज़रत मौलाना नैयर इकबाल साहब, मौलाना रेयाज साहब, हाफिज इकरामुल हक साहब, कारी लुकमान साहब, मौलाना तस्लीम साहब, हाफिज कुरतुल्ला साहब, मास्टर इकबाल साहब, मौलाना जमील साहब,हाफिज सफीक साहब, मौलाना इदरीस, अब्दुल रहमान ,
जिसमें मुख्य रूप से भूमिका निभाई पिरूटोला हेट कोनकी ऊपर कोनकी नया टोली भागल पुर पिठौरिया के सदर सेक्ट्री एवम् जनप्रतिनिधि सामाजिक व्यक्ति नौजवान उपस्थित थे।