रांची : अंजुमन इस्लामिया रांची का संचालन और विवाद का सम्बन्ध चोली-दामन की तरह है! अंजुमन इस्लामिया के चुनाव परिणाम के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है! अंजुमन के अध्यक्ष मुख्तार अहमद महासचिव तारिक़ हुसैन पर विकास कार्यों में अड़ंगा लगाने का आरोप लगाते रहे हैं! वहीं दूसरी ओर महासचिव तारिक़ हुसैन ने अध्यक्ष मोख्तार अहमद पर अंजुमन का पैसा गबन करने का बड़ा आरोप लगाया है! उन्होंने कहा कि अध्यक्ष मोख्तार अहमद अंजुमन का हिसाब देने से भाग रहे हैं। उन्होंने दो बार महासचिव रहते हुए पिछले कार्यकाल का अब तक हिसाब नहीं दिया है। 9 साल में मुख्तार ने महासचिव रहते हुए भारी घोटाले किए हैं। जब नई कमेटी ने इसकी जानकरी लेनी चाही तो मामला को दूसरे तरफ उलझा दिए। अंजुमन के महासचिव तारिक़ हुसैन अंजुमन मुसाफिर खाना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उक्त आरोप लगाए! उन्होंने कहा कि पिछला हिसाब-किताब नहीं मिलने से अबतक अकाउंट क्लोज नहीं हो पाया है! वर्तमान अध्यक्ष स्वयं महासचिव रहते हुए अकाउंट में बचत राशि का हिसाब नहीं दे रहे हैं! इनके पूर्व कार्यकाल का 6.58 लाख के अलावा कब्रिस्तान, कॉलेज, स्कूल का हिसाब अबतक नहीं मिला है। इतना ही नहीं अपने करीबी लोगों को इन्होंने लंगर की तरह ऋण बांटे हैं । लगभग 2 लाख का लोन का कोई हिसाब अबतक नहीं मिला। तारिक हुसैन ने कहा कि भ्रष्टाचार के साथ किसी भी कीमत पर कमेटी के लोग अध्यक्ष का साथ नहीं दे रहें हैं! ऐसे में अध्यक्ष तरह-तरह का इल्ज़ाम लगाकर मामला को सिर्फ उलझा रहे हैं। अध्यक्ष का काम सिर्फ दूसरों पर इल्ज़ाम लगाने का रह गया है। उन्होंने कहा कि अध्यक्ष का काम कमेटी को आगे ले जाने का था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं करके पूरी कमेटी को बदनाम करने का काम कर रहे हैं । गबन का मामला सामने आने के बाद से ही अध्यक्ष ने महासचिव के ऊपर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाने लगे। महासचिव ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे पद से हटाने की मंशा के साथ अध्यक्ष ने 29 अक्टूबर को मुन्तज़्मा (आमसभा) की बैठक बुलाई हैं! उन्होंने कहा कि लम्बे समय से हम सभी आमसभा की मांग कर रहे हैं! उन्होंने अंजुमन के सभी वोटर्स से 29 अक्टूबर की बैठक में शामिल होकर अंजुमन और उसके बाइलॉज़ की हित में निर्णय लेने की अपील की। महासचिव तारिक़ हुसैन ने कहा कि अंजुमन के अध्यक्ष ने कब्रिस्तान फंड का 1 लाख 29 हज़ार, मुख्य फंड से 6 लाख 58 हज़ार, 40 हज़ार, 2 लाख 27 हज़ार और 57 हज़ार के साथ-साथ और भी राशि का हिसाब नहीं दे पा रहे। कमेटी ने पत्र लिखकर पैसा का कई बार हिसाब मांगा। लेकिन वह अबतक हिसाब नहीं दे पाए हैं। डॉक्टर तारिक हुसैन ने आरोप लगाते हुए कहा कि अंजुमन इस्लामिया के साधारण और आमला की बैठक में भी अध्यक्ष गायब रहते हैं! उन्होंने कहा कि मीटिंग में नहीं आकर अध्यक्ष दुकान में बैठे रहते हैं । तारिक ने कहा कि अंजुमन के अध्यक्ष मुख्तार मीटिंग में नहीं आकर अपने दुकान में ज्यादा समय देते हैं। अंजुमन के डेवलपमेंट के काम को रोक देना ही अंजुमन के अध्यक्ष का काम है। सारे पंचायत व आमलोग अब जाग चुके हैं, और उनसे हर फंड का हिसाब लेंगे। अध्यक्ष अब अंजुमन का पैसा लेकर भाग नहीं सकते हैं। प्रेस कांफ्रेंस में अयुब रजा खान, मो.नजीब, जावेद अख्तर , मो. वसीम, मो. नकीब व शाहीन अहमद मौजूद थे!