रांची: चंद्रशेखर आजाद दुर्गा पूजा समिति में दुर्गा उत्सव के दौरान बनारस के विद्वान पंडितों के द्वारा सप्तमी को आरती व डमरू के धुन से मां भगवती की आराधना की जाएगी। ये बातें समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह ने पंडाल के निरीक्षण के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कही। महीनों से चल रहे पंडाल के निर्माण कार्य को कारीगर मूर्त रूप देने में लगे हुए हैं। पंडाल के अंदर प्रवेश करते ही मां के भक्तों को देवलोक की अनुभूति होगी। वही पंडाल के अंदर की सज्जा हस्त निर्मित कमल फूल की आकृति से किया जाएगा। जबकि बाहर मुख्य द्वार पर मां के नेत्र की आकृति लगाई जाएगी। सनातन धर्म और हिंदुत्व का बोध भक्तों को कराया जाएगा। मां की प्रतिमा बंगाल के कार्यों के द्वारा बनाया गया जा रहा है। इसमें मां दुर्गा अपने हाथ में पूरे ब्रह्मांड को संभाली हुई है। समिति के अध्यक्ष रमेश सिंह ने कहा कि रांची के श्रद्धालुओं के लिए उज्जैन के भजन गायक और दिल्ली के नाट्य मंडल की प्रस्तुति होगी।
दिल्ली के नाट्य मंडल की होगी प्रस्तुति
वही पंचमी के दिन दिल्ली के कलाकारों के द्वारा दुर्गा जी के नौ रूपों की प्रस्तुति नाटक के माध्यम से होगी। साथ ही भारत माता के थीम पर भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। वहीं षष्ठी के दिन देश के प्रसिद्ध भजन गायक उज्जैन के गजेंद्र प्रताप सिंह रांची के भक्तों को भक्ति धारा से मंत्र मुक्त करेंगे।
वही समिति के द्वारा 2023 के दुर्गोत्सव में करीब 30 लख रुपए खर्च का अनुमान लगाया गया है। विद्युत सज्जा के साथ दर्जनों की संख्या में समिति के वॉलिंटियर्स और प्रशासन के लोग भी मां दुर्गा के श्रद्धालुओं की सुरक्षा में तैनात रहेंगे।
ये रहे मौजूद
रमेश सिंह अध्यक्ष, दीपक वर्मा, सह कोषाध्यक्ष, बबलू वर्मा, वरीय उपाध्यक्ष, विनय सिंह, उपाध्यक्ष, विकास वर्मा, सह कोषाध्यक्ष, विनय राज, सचिव समेत अन्य मौजुद रहे।