आरपीएफ पोस्ट हटिया की एएचटीयू टीम, नन्हे फरिश्ते टीम और रांची डिवीजन की फ्लाइंग टीम द्वारा हटिया स्टेशन पर बाल और मानव तस्करी के खिलाफ अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान शाम लगभग पांच बजे देखा कि 07 नाबालिग लड़के और 03 व्यक्ति एस्केलेटर के नीचे प्लेटफॉर्म संख्या 01 पर ट्रेन नंबर 18637 express का इंतजार कर रहे थे। संदेह होने पर उन सबसे पूछताछ किया गया जिसमें उनमे से एक प्रदीप प्रज्ञा, उम्र लगभग 22 वर्ष, पुत्र शिवपूजन प्रज्ञा, निवासी तमगेकला, थाना: रंका, जिला गढ़वा (2) बब्लू राम, उम्र लगभग 25 वर्ष, पुत्र रामजी राम, निवासी तोरी नावाडीह, थाना: डंडई, जिला गढ़वा (3) सुनेश कच्छप, उम्र लगभग 25 वर्ष, पुत्र सुदामा कच्छप, निवासी उलडंडा, थाना: रामगढ़, जिला पलामू, इन्होने बताया कि सात बच्चों को यही लोग लेकर स्टेशन आए तथा विजयवाड़ा जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए बस से हटिया रेलवे स्टेशन आए। पूछताछ पर सुरेश कच्छप ने बताया कि ठेकेदार रियाज अंसारी का ट्रैक्टर का काम उसके गांव में चल रहा था, जहां वह काम कर रहा था और रियाज अंसारी को 06 माह पहले विजयवाड़ा स्थित इलेक्ट्रिक बोर्ड बनाने वाली कंपनी वायरस कंपनी में ले जाया गया था. वह 2 महीने पहले गांव आया था और 06.04.2024 को ठेकेदार रियाज अंसारी ने हमें डाल्टेनगंज बस स्टैंड पर बुलाया और उपरोक्त सभी लड़कों से हमारा परिचय कराया और हमें ₹5000 दिए और बच्चों के पास से 6 नाबालिग बच्चों का फर्जी आधार कार्ड भी प्राप्त किया। और उसने हमसे कहा कि इन उपरोक्त नाबालिग लड़कों को अपने साथ विजयवाड़ा ले जाओ, जहां तुम पहले काम करते थे, वहां पहुंचने के बाद वह ₹5000 और देगा। उसके कहने के अनुसार, हम सभी को बस से हटिया ले गए और हटिया रेलवे स्टेशन पहुंचे तथा 10 जनरल टिकट खरीद कर हटिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 01 पर ट्रेन का इंतजार कर रहे थे बाद मे उपरोक्त सभी नामित व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया और 10 अदद रेलवे जनरल टिकट और 06 अदद नाबालिग लड़कों के फर्जी आधार कार्ड और नकद रुपये जब्त करने के बाद आरपीएफ पोस्ट हटिया लाया तथा आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एएचटीयू कोतवाली, रांची को दी गई। तदनुसार, कानूनी औपचारिकताएं लागू करने के बाद, एक व्यक्ति सुनेश कच्छप (तस्कर) और 02 उपर्युक्त वयस्क व्यक्ति को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए एएचटीयू/रांची को सौंप दिया गया और 07 बचाए गए नाबालिग लड़कों को बालाश्रय/रांची को सौंप दिया गया।