रांची: राजधानी रांची के मेन रोड में एदार-ए-शरिया के सरपरस्त मोहम्मद सईद के आवास पर रमजान के महीने में होने वाली विशेष नमाज तरावीह में 10 दिन में किए जाने वाले तरावीह की नमाज हाफिज अब्दुल गफ्फार की इमामत में सम्पन्न हुई एवं कुरान पाक मुकम्मल किया गया। एदार-ए-शरिया के सरपरस्त मो.सईद की सरपरस्ती में आयोजित 10 रोजा तरावीह में अहले सुन्नत वल जमात के उलेमा सहित हजारों की संख्या में लोगों ने हाफिज अब्दुल गफ्फार की इमामत में तरावीह की नमाज अदा की ।मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही द्वारा समय समय पर कुरान शरीफ के आयत का अनुवाद भी बताया गया जिसे लोगों ने काफी सराहा। मौलाना शेर मोहम्मद मोहम्मद कादरी द्वारा पढ़े गए नात शरीफ के बाद सलाम पेश कर तमाम आलम के मुसलमानों और देशवासियों के अमन चैन, खुशहाली व सलामती के लिए विशेष रुप से दुआ की गई।
इस अवसर पर इस्लामिक स्कोलर मुफ्ती फैजुल्लाह मिस्बाही ने कहा कि रमजान सभी महीनों का सरदार है। उन्होंने बताया कि इसी पवित्र महीने में कुरआन पाक नाजिल हुआ था। इस्लाम में इस महीने का विशेष महत्व है। उन्होंने बताया कि रमजान को तीन हिस्सों में बांटा गया है। पहला दस दिन रहमत का है, जिसमें अल्लाह की विशेष कृपा बरसती है। दूसरा हिस्सा मगफिरत और तीसरा निजात का है। इस महीने में एक नफिल का सवाब 10फर्ज के बराबर और 10फर्ज का सवाब 70 गुना हो जाता है। उक्त अवसर पर एदार-ए-शरिया के सरपरस्त मो. सईद रमजान सहित सभी त्योहारों कोआपसी सौहार्द के साथ मनाने की लोगो से अपील की। तरावीह की नमाज के समापन के बाद इमाम साहब को मुबारकबाद देने वालों का तादद बढ़ता ही चला गया एवं नमाजियों ने गुलाब के फूल का हार माला देकर हाफिज, मौलाना व खतीब से गले मिलते हुए तोहफे भी दिए एवं ईनामों एकराम से नवाजते हुए मोबारकबाद दी गई। उक्त अवसर पर मो. तौहीद,मो. महजूद,मो. नौशाद,मो. सरफराज, आफताब आलम ने भी सभी को मोबारकबाद दिया। उक्त अवसर पर मुख्य रूप से अकीलुर्रहमान, मो. इसलाम,कारी अय्यूब, मौलाना शेर मोहम्मद कादरी, मौलाना मो. मोजीब सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।