रांची: तहफ्फुज आइम्मए मस्जिद व मुअज्जिन के पिरॉ रातू , रांची ऑफिस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सह पूर्व जिला परिषद ऐनुल हक ने कहा कि इमाम और मोअज़्जिन के इस संगठन को देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है ।इमाम और मोअज़्जिन के बारे में चिंता करने की जरूरत है क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहती है, और यह अक्सर सुनने में आता है कि मस्जिद कमेटी इमाम और मोअज़्जिन को बिना कारण के मस्जिद से निकाल देती है। जबकि इमाम और मोअज़्जिन से हमें आना आवश्यक बहस से बचना चाहिए। किसी को कोई परेशानी अगर मस्जिद के इमाम और मस्जिद से होती है तो वह इस संगठन से संपर्क करें मस्जिद कमेटी को भी चाहिए कि वह शहर के मुफ्ती , उलेमा को बुलाकर उनके बारे में कोई फैसला करें ,ना की मस्जिद कमेटी ही खुद से फैसला करने लगे। हजरत मोहम्मद ने कहा है कि इमाम हमारे वारिस अगर नबियों के वारिस के साथ हमारे जैसे आम लोग फैसला करेंगे तो समाज के लिए यह खतरनाक है। इसका फैसला मुफ्ती और उलेमा करे तो ज्यादा बेहतर होगा। इस मौके पर सदर मुफ्ती अब्दुल हसीब , नायब सदर कारी अंसारउल्लाह , इमाम-खतीब मदीना मस्जिद हिंदपीढ़ी और सचिव मौलाना सिराज , कोषाध्यक्ष मुफ्ती ज़ियाउल हक , मौलाना रागिब हुसैनी, तहफ्फुज आइ आइअम्ए मस्जिद व मुअज्जिन कमिटी मौजूद थे।