रांची (झारखंड)। राजधानी के हिंदपीढ़ी क्षेत्र में पानी की गंभीर किल्लत और आने वाली गर्मी को देखते हुए वार्ड 23 की पार्षद प्रत्याशी शबनम परवीन ने झारखंड सरकार से जलमिनार (वाटर टावर) की स्थापना की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह कदम हिंदपीढ़ी निवासियों की प्यास बुझाने और जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अत्यावश्यक है।
हिंदपीढ़ी इलाके के सैकड़ों परिवार वर्षों से टैंकर और हैंडपंप पर निर्भर हैं। गर्मी के तापमान में वृद्धि के साथ ही यह समस्या और विकराल होने की आशंका जताई जा रही है। स्थानीय निवासी अफरोज खान ने बताया, “रोज़ाना पानी के लिए संघर्ष करना पड़ता है। महिलाएं और बच्चे घंटों लाइन में लगते हैं, लेकिन टैंकर से पर्याप्त पानी नहीं मिल पाता।
शबनम परवीन ने इस मुद्दे को प्राथमिकता देते हुए सरकार से तत्काल जलमिनार बनाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, “यह क्षेत्र लंबे समय से उपेक्षित है। जलमिनार से न केवल पानी का भंडारण होगा, बल्कि दूरस्थ इलाकों तक नियमित आपूर्ति भी संभव हो सकेगी।” उन्होंने यह भी बताया कि इस मांग को लेकर वे जल्द ही जल संसाधन विभाग से मुलाकात करेंगी।
झारखंड सरकार की ओर से अभी तक इस मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मुद्दा चुनावी एजेंडे में शामिल होने के बाद से चर्चा में बना हुआ है। नागरिक संगठनों ने भी जल संकट को गंभीरता से लेने और त्वरित समाधान की मांग की है।
विशेषज्ञों के अनुसार, हिंदपीढ़ी जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में जलमिनार एक कारगर समाधान हो सकता है। हालांकि, इसके लिए सरकार को तकनीकी सर्वेक्षण और बजट आवंटन पर ध्यान देना होगा। गर्मी शुरू होने से पहले नागरिकों की प्यास बुझाने की यह मांग अब राजनीतिक बहस का विषय बन गई है।
हिंदपीढ़ी का जल संकट न केवल स्थानीय स्वास्थ्य और जीवन को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह झारखंड की शहरी योजनाओं पर सवाल खड़े करता है। शबनम परवीन की इस मांग के बाद अब सरकार के कदमों पर सभी की निगाहें टिकी हैं।