गुमला जिले के आकाशी पंचायत के पांच गांवों आकासी, पखैर टोली, सिरसी, नवगाई, और पुटरूंगी के ग्रामीणों एवं वार्ड सदस्य, पंचायत सदस्य आदि के साथ राजी पाड़हा सरना प्रार्थना सभा के पदाधिकारियों एवं सदस्यों की एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक फादर लीवन्स बगीचा, पुटरूंगी में हुई। बैठक में सरहुल पूजा समिति डुमरी के पदाधिकारीगण भी शामिल हुए।
यह बैठक 3 और 6 फरवरी 2025 को आयोजित सिरसी ता नाल धार्मिक यात्रा के संदर्भ में आयोजित की गई थी।
बैठक में पांचों गांवों के ग्रामीणों ने यात्रा में आए श्रद्धालुओं के प्रति प्यार और आभार व्यक्त किया। ग्रामीणों के अनुसार 3 की अपेक्षा 6 फरवरी को आयोजित कार्यक्रम ग्रामीणों के सहमति और साथ तालमेल से किया गया तथा सफल रहा। साथ ही, ग्रामीणों ने यात्रा के दौरान हुई कुछ कमियों और समस्याओं पर भी चर्चा की। ग्रामीणों ने बताया कि यात्रा के दौरान कुछ श्रद्धालुओं द्वारा प्लास्टिक बोतलें, पत्तल, दोना आदि फेंके जाने तथा अनुचित स्थानों पर मल-मूत्र त्याग करने की घटनाओं से वे नाराज थे। ग्रामीणों ने श्रद्धालुओं द्वारा जंगल से सखुआ दातुन और पत्ता तोड़ने, कुआं में चावल आदि डालने पर भी आपत्ति जताया। इन समस्याओं के कारण गांवों में स्वच्छता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचा। इन कमियों के लिए सरना आदिवासी समाज की ओर से सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा जी ने ग्राम सभा में माफी मांगी। उन्होंने कहा कि 2026 में आयोजित होने वाली महा तीर्थयात्रा में ऐसी गलतियों और गंदगी को फैलाने से बचने के लिए पूरी तरह से सतर्कता बरती जाएगी। धर्मगुरु द्वारा माफी मांगने पर ग्राम सभा के सभी सदस्यों ने 2026 की महा तीर्थयात्रा में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
ग्राम सभा के अध्यक्ष ने कहा सरना धर्मगुरु बंधन तिग्गा का माफी मांगना, उनका बड़प्पन है सभाध्यक्ष ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि 2026 की महा तीर्थयात्रा में सभी ग्रामीण मिलकर यात्रा को सफल और स्वच्छ बनाने के लिए प्रयास करेंगे। अंत में, पंचायत सदस्य ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए बैठक को समाप्त घोषित किया।
बैठक में मुख्य रूप से गुलाब मुंडा, अजीत तिर्की, रवि तिग्गा, प्रभात तिर्की, रेणु तिर्की, कमले उराँव, चिंतामणि उरांव, अनिल उरांव, विरेंद्र उरांव, जून उरांव, प्रेम उरांव, मोतीलाल भगत, कृपा उरांव, दिलीप उरांव, सुमन उरांव आदि उपस्थित थे।