रांची राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया बहुत ही हर्षोलास के साथ साधना सदन चिआंकी में मनाया गया। इस सुअवसर पर डाल्टनगंज धर्म प्रांत के प्रेरीरितिक प्रशासक बिशप थियोडोर मस्कारेन्हास एस एफ एक्स उपस्थित थे। यह समारोह का शुभारंभ मिस्सा बलिदान के द्वारा किया गया। मुख्य अनुष्ठाता बिशप थियोडोर थे। उन्होंने अपने प्रवचन में कहा कि एक युवा होने के नाते हम लोग बहुत सारी चीज़ें ढूंढने लगते हैं। आज हम ऐसे समय पर हैं जब हमें चारो ओर से शोर और कई प्रकार की आवाज सुनाई देती है हमें चाहिए कि हम प्रभु के साथ सही चीज की खोज करें जिसे प्रभु हमें ढूंढने बोलते हैं।हमारे जीवन में जब हलचल हो जब शोर शराबा हो तो प्रभु से प्रार्थना करें उनसे संपर्क करे जो हमारी जरूरतों को पूरा करते हैं। मिस्सा के बाद युवाओं को प्रोत्साहित करने हेतु मुख्य वक्ता वकील संदीप उरांव ने हमारे देश के संविधान के द्वारा हमारे मौलिक अधिकार के बारे अवगत कराया। हमें उन अधिकार के द्वारा इस देश में जीवन यापन करने का आह्वान किया। संविधान हमारी रक्षा करता है। उन्होंने कहा कि कानून से सबसे पहले मदद मांगनी है। कानून उसे पहले मदद करता जो कानून के पास पहले आता है हम एक दूसरे को कानून की पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करें। इस सेशन के बाद युवाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिता आयोजित किया गया। और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जहां हमारी आदिवासी नाच की प्रस्तुति की गई । इस समारोह में बिशप थियोडोर के अलावा फादर बखला साधना सदन के डायरेक्टर, फादर अरविंद वियन्नी भवन के डायरेक्टर, फादर एजकीएल,फादर मार्टिन, फादर जॉन बखला , फादर अमरदीप और लगभग 20 धर्म बहने 60 धर्मबंधु, 300 युवा भाई बहन उपस्थित थे।