रांची: मौलाना आज़ाद कॉलेज, रांची, झारखंड राज्य की राजधानी में एकमात्र मुस्लिम धार्मिक और भाषाई अल्पसंख्यक कॉलेज, इसकी स्थापना 15 अगस्त, 1971 को अंजुमन इस्लामिया, रांची के हायर मुस्लिम एजुकेशन सोसाइटी द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी, भारत रत्न और प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की याद में की गई थी। यह रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध है, कॉलेज मौलाना अबुल कलाम आज़ाद द्वारा स्वयं भारत माता के महान पुत्रों में से किसी एक की देखरेख में डिजाइन और निर्मित ऐतिहासिक स्मारक में चल रह है । सोसायटी एक शासी निकाय के माध्यम से मौलाना आजाद कॉलेज, रांची पर अपनी जिम्मेदारी निभाती है। मौलाना आजाद कॉलेज का भवन का निरीक्षण अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष मुख्तार अहमद और उनकी टीम ने किया। मौलाना आजाद की भवन का मरम्मत का काम चल रहा है ,कॉलेज कई जगह से टूट रहा था जिसका काम तेजी से चल रहा है , अभी भी कुछ काम बचा हुआ है ।इस मौके पर सदर मुख्तार अहमद ने कहा कि कॉलेज में छात्रों के लिए दो नया क्लास रूम बनाया गया है और दो नया बाथरूम बनकर तैयार हो चुका है ।जल्द ही ऊपर में चार रूम और बनाया जाएगा साथ ही साथ छात्रों की शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए स्मार्ट क्लासेस भी चालू की गई है ।कॉलेज में बिजली का भी लगातार काम चल रहा है। इस मौके पर मौलाना आजाद कॉलेज के उर्दू विभाग के अध्यक्षडॉक्टर मौलाना ओब्बुदुल्लाह कासमी, हैदर अली, परवेज अख़्तर, अनवर अली, महमूद आलम, इलियास मजीद, हैदर अली और गुलफरा समेत कई लोग मौजूद थे।