विधानसभा में ही बना देना होगा अखाड़ा काम की बात कम और लड़ाई ज्यादा होने लगी आम जनता का काम होगा कैसे यहां नेता लोग आपस में ही लड़ रहे हैं
भाजपा विधायक कुशवाहा शशिभूषण मेहता ने सदन को आज शर्मशार किया. मेहता सदन के अंदर इरफान अंसारी को मारने दौड़े. उमाशंकर अकेला ने मेहता को ऐसा करने से रोका. यह सब देख अपने आसन से स्पीकर रबिन्द्रनाथ महतो खड़े हो गए. दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इरफान अंसारी के बयान पर बवाल मच गया. मेहता ने कहा कि सदन में कान पकड़कर इरफान अंसारी माफी मांगें. ऐसा नहीं करने पर मैं उनकी ऐसी की तैसी कर दूंगा. मंदिर में जाते हैं, चुनरी ओढ़कर ड्रामा करते हैं, टिका मिटाते हैं. इसके बाद जैसे ही इरफान सदन के अंदर आये, मेहता बांह चढ़ाते हुए इरफान की ओर इशारा करते हुए बोले कि आओ इधर आओ और मारने के लिए दौड़ पड़े।
विधानसभा में हो क्या रहा
शशिभूषण मेहता के रवैय्ये को देखते हुए स्पीकर ने गुस्से में कहा कि सदन अखाड़ा है क्या? मार्शल की ओर इशारा करते हुए कहा कि इन्हें बाहर निकालिए. संसदीय मर्यादा नहीं समझते हैं. खुद को पढा लिखा बोलते हैं और बोलने का तरीका नहीं है.